Tuesday, May 31, 2022

31/5/2022 panchang

🕉️ *~ हिन्दू पंचांग ~* 🕉️
 🌤️ *दिनांक - 31 मई 2022*
🌤️ *दिन - मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत - 2079 (गुजरात-2078)*
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन - उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु - ग्रीष्म ऋतु* 
🌤️ *मास - ज्येष्ठ*
🌤️ *पक्ष - शुक्ल* 
🌤️ *तिथि - प्रतिपदा शाम 07:18 तक तत्पश्चात द्वितीया*
🌤️ *नक्षत्र - रोहिणी सुबह 10:01 तक तत्पश्चात मृगशिरा*
🌤️ *योग - धृति रात्रि 12:34 तक तत्पश्चात शूल*
🌤️ *राहुकाल - शाम 03:56 से शाम 05:36 तक*
🌞 *सूर्योदय - 05:57*
🌦️ *सूर्यास्त - 19:15*
👉 *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण - गंगा दशहरा, प्रारंभ चंद्र- दर्शन*
🔥 *विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड(कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 *घर की शोभा बढ़ाने के लिए* 🌷
🏡 *१. किसी का बुरा न माने , किसी का बुरा ना सोचे..तो घर स्वर्ग हो जायेगा*
🏡 *२ .आव नही, आदर नही, नही नयनन मे नेह*
*तुलसी वा घर ना जायियो चाहे कंचन बरसे गेह*
*आप के घर मे कोई आये तो उस को आदर दीजिये आप के घर की शोभा बढेगी..*
🏡 *३. "हे प्रभु आनंद दाता" ये प्रार्थना रोज घर मे सब मिलकर गाओ तो घर स्वर्ग हो जाये..*
*कंठस्थ करो....घर के झगडे दूर होंगे...।*
🌷 *अपाचन हो तो* 🌷
➡ *अपाचन बढ़ा तो अजवाईन, सोठ और काली मिर्च का मिश्रण करके वो पाउडर एक चुटकी ले तो पाचन ठीक होगा...सुबह ले ले और २/३ घंटे बाद भोजन करे.
🌷 *गंगा स्नान का मंत्र* 🌷
➡️ *31 मई 2022 मंगलवार से गंगा दशहरा प्रारंभ।*
🙏🏻 *गंगा स्नान के लिए रोज हरिद्वार तो जा नही सकते, घर में ही गंगा स्नान का पुण्य मिलने के लिए एक छोटा सा मन्त्र है ..*
🌷 *ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा*
🙏🏻 *ये मन्त्र बोलते हुए स्नान करें तो गंगा स्नान का लाभ होता है | गंगा दशहरा के दिन इसका लाभ जरुर लें ....*
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻

️ *~ Hindu Panchang ~* ️
  ️ *Date - 31st May 2022*
 ️ *Day - Tuesday*
 ️ *Vikram Samvat - 2079 (Gujarat-2078)*
 ️ *Shaka Samvat-1944*
 ️ *Ayan - Uttarayan*
 ️ *season - summer season*
 ️ * month - eldest *
 ️ *Paksha - Shukla*
 ️ * Date - Pratipada till 07:18 after that Dwitiya *
 ️ *constellation - rohini till 10:01 in the morning then mrigashira*
 ️ *Yoga - Dhriti night till 12:34 after that shool*
 ️ *Rahukal - 03:56 pm to 05:36 pm*
 *sunrise - 05:57*
 ️ *Sunset - 19:15*
 *Dishashul - in the north direction*
 * Vrat festival details - Ganga Dussehra, start moon - Darshan*
 * Special - Do not eat Kushmanda (Kumhda, Petha) on Pratipada, because it is the destroyer of wealth. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
 * to enhance the beauty of the house *
 *1. Don't think bad of anyone, don't think bad of anyone.. then the house will become heaven.
 * 2 .No, no respect, no nayan me neh*
 * Don't go to Tulsi or home even if Kanchan rains wheat.
 * If someone comes to your house, give respect to him, the beauty of your house will increase..
 *3. Sing this prayer every day in the house together, "O Lord, the giver of joy", then the house becomes heaven..
 * do it by memorization….the quarrels of the house will be far away….*
 * if there is indigestion*
 * If indigestion increases, mix ajwain, dry ginger and black pepper and take a pinch of that powder, then digestion will be fine... take it in the morning and eat after 2/3 hours.
 *Mantra of Ganga bath*
 ️ *Ganga Dussehra starts from Tuesday, 31st May 2022.*
 🙏🏻 * you cannot go to Haridwar everyday for bathing in the Ganges, there is a small mantra to get the virtue of bathing in the Ganges at home..*
 *ॐ Hreem Gangaai Hreem Swaha*
 🙏🏻 * If you take a bath while speaking this mantra, then there is a benefit of bathing in the Ganges. Take advantage of this on the day of Ganga Dussehra....
 

27/5/2022 Panchang

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 27 मई 2022*
*⛅दिन - शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - द्वादशी सुबह 11:47 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*
*⛅नक्षत्र - आश्विनी रात्रि 12:39 तक तत्पश्चात भरणी*
*⛅योग - सौभाग्य रात्रि 10:09 तक  तत्पश्चात शोभन*
*⛅राहुकाल - सुबह 10:56 से दोपहर 12:37 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:55*
*⛅सूर्यास्त - 07:19*
*⛅दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:30 से 05:12 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.16 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण- प्रदोष व्रत*
*⛅ विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*⛅स्कंद पुराण के अनुसार द्वादशी के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
*🔹प्रदोष व्रत🔹* 
*हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार  27 मई, शुक्रवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए…*
 👉🏻 *ऐसे करें व्रत व पूजा*
 *- प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।*
 *- इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।*
 *- पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।*
 *- भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।*
 *- भगवान शिवजी  की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन  ब्रह्मचर्य का पालन करें।*
 👉🏻 *ये उपाय करें*
*सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य देें। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी  को विशेष प्रिय हैं । ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी  की कृपा भी बनी रहती है और भाग्योदय भी हो सकता है।*
*🔹विद्यार्थी ऐसा संकल्प करें🔹*
*सुबह उठकर संकल्प करोः 'आज के दिन मैं समय का सदुपयोग करूँगा। खेलने के समय मन लगाकर खेलूँगा, पढ़ने के समय मन लगाकर पढूँगा, काम करने के समय दिल लगाकर काम करूँगा और दिल लगाकर दाता (भगवान) का सुमिरन व ध्यान करूँगा।'* 
🌲🌲🌹🏵️🚩🚩🏵️🌹🌲🌲

*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅dated 27th May 2022*
 *⛅Day - Friday*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 *⛅ Paksha - Krishna*
 * date - twadashi till 11:47 in the morning, then Trayodashi *
 * Nakshatra - Ashwini night till 12:39 after that Bharani *
 *⛅Yoga - good luck till 10:09 after that Shobhan*
 *⛅ Rahukal - from 10:56 am to 12:37 pm*
 *⛅Sunrise - 05:55*
 *⛅Sunset - 07:19*
 *⛅Dishashul - in the west direction*
 *⛅Brahma Muhurta- from 04:30 to 05:12 in the morning*
 *Nishita Muhurta - night from 12.16 to 12:58*
 *Vrat festival description- Pradosh fast*
 * Special - Eating brinjal on Dwadashi or Pootika on Trayodashi destroys the son. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
 According to the Skanda Purana, the Bilva tree should be worshiped on the day of Dwadashi. By this the great sins like killing of Brahma are also destroyed.
 *Pradosh Vrat*
 According to the Hindu calendar, Pradosh fast is observed on the Trayodashi tithi of both the sides of every month. This fast is done to please Lord Shiva. This time Pradosh Vrat is on 27th May, Friday. Special worship of Lord Shiva is done on this day. How to fast and worship on Pradosh and what measures can be taken on this day to make you lucky, know…
  * do fast and worship like this *
  On the day of Pradosh fast, after taking bath in the morning, bathe Lord Shankar, Parvati and Nandi with Panchamrit and Gangajal.
  After this, offer bel leaves, scent, rice, flowers, incense, lamp, naivedya (bhog), fruits, betel leaves, betel nuts, cloves, cardamom to God.*
  * - stay fast throughout the day (if not possible, you can do one time fruit) and worship Shiva family in the same way again in the evening.*
  * Offer ghee and sugar to Lord Shiva with barley sattu. Light eight lamps in eight directions.*
  *- Perform aarti of Lord Shiva. Offer prasad to God and break your fast with it. Follow celibacy on that day.*
  *take these measures*
 After getting up early in the morning, after taking bath etc., offer Ardhya to the Sun God with a copper vessel. Be sure to mix the flowers of the figure in the water. The flowers of the figures are especially dear to Lord Shiva. By taking these measures, the blessings of Lord Shiva along with Suryadev also remain and luck can also happen.
 *🔹students make such a resolution🔹*
 Get up in the morning and make a resolution: 'Today I will make good use of my time. I will play with my heart while playing, I will study with my heart while studying, I will work with my heart while working and I will worship and meditate on the giver (God) with all my heart.
 

30/5/2022 Panchang

🌞 आज का हिन्दू पंचांग  🌞
*⛅दिनांक 30 मई 2022*
*⛅दिन - सोमवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - अमावस्या शाम 05:00 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
*⛅नक्षत्र - कृत्तिका सुबह 07:12 तक तत्पश्चात रोहिणी*
*⛅योग - सुकर्मा रात्रि 11:39 तक  तत्पश्चात धृति*
*⛅राहुकाल - सुबह  07:35 से 09:16 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:54*
*⛅सूर्यास्त - 07:20*
*⛅दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:30 से 05:12 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.16 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण-  वटसावित्री व्रत, सोमवती अमावस्या, शनि जयंती*
*⛅ विशेष - अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
*🔹सोमवती अमावस्या :  30 मई 2022🔹 (पुण्यकाल : सूर्योदय से शाम 05:00 तक)*
*🌹इस दिन मौन रहकर स्नान करने से हजार गौदान का फल होता है । सोमवती अमावस्या के दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती है।*
*🌹अमावस्या के दिन ध्यान रखने की बात🌹*
*🌹1. जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महीने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।*
*(स्कन्द पुराण, प्रभाव खं. 207.11.13)*
*🌹2. अमावस्या के दिन पेड़-पौधों से फूल-पत्ते, तिनके आदि नहीं तोड़ने चाहिए, इससे " ब्रम्ह हत्या " का पाप लगता है ! -विष्णु पुराण*
*3🌹अमावस्या के दिन तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
*🌹4. जमीन है अपनी... खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें .... न मजदूर से करवाएं |*
*🌹5. जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें ...और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें ... सूर्य को अर्घ्य दें... और प्रार्थना करें " आज जो मैंने पाठ किया ...अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं ...उनको उसका पुण्य मिल जाये | " तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |*
*🌹6. कर्जा हो गया है तो, अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।*
*🌹दीक्षा में जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें  , जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।*
🌹🏵️💐🕉️🕉️💐🏵️🌹

1/6/2022 panchang

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक 01 जून 2022*
*⛅दिन - बुधवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - द्वितीया रात्रि 09:46 तक तत्पश्चात तृतीया*
*⛅नक्षत्र - मृगशिरा दोपहर 01:01 तक तत्पश्चात आर्द्रा*
*⛅योग - शूल रात्रि 01:35 तक  तत्पश्चात गण्ड*
*⛅राहुकाल - दोपहर 12:38 से 02:19 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:54*
*⛅सूर्यास्त - 07:21*
*⛅दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:29 से 05:12 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.16 से 12:59 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण- महर्षि पराशर जयंती*
*⛅ विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा   वैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🔹गंगा स्नान का फल🔹* 
 *🌹"जो मनुष्य आँवले के फल और तुलसीदल से मिश्रित जल से स्नान करता है, उसे गंगा स्नान का फल मिलता है ।" (पद्म पुराण , उत्तर खंड)*
*🔹संम्पति और सौभाग्य की बढ़ोतरी के लिए🔹* 
 *🌹भविष्य पुराण के अनुसार ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष के तृतीया के दिन रम्भा व्रत आता है... (02 जून 2022 गुरुवार) इस दिन व्रत करने से और जप करने से संपत्ति और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है | माँ पार्वती ने भी ये व्रत किया था | सुहागन देवियों को खास करना चाहिए ...जिनके घर में शादी के बाद दिक्कतें आ रही हैं, उन बहनों को आप बता सकते हो | इस दिन तीन मंत्र बोल कर माँ पार्वती को प्रणाम करना चाहिए ...*
 *🌹ॐ महाकाल्‍यै नमः*
 *🌹ॐ महालक्ष्म्यै नमः*
 *🌹ॐ महासरस्वत्यै नमः*
 *🔹ससुराल में कोई तकलीफ🔹* 
 *🌹किसी सुहागन बहन को ससुराल में कोई तकलीफ हो तो शुक्ल पक्ष की तृतीया को उपवास रखें … उपवास माने एक बार बिना नमक का भोजन कर के उपवास रखें..भोजन में दाल चावल सब्जी रोटी नहीं खाएं, दूध रोटी खा लें.. शुक्ल पक्ष की तृतीया को.. अमावस्या से पूनम तक की शुक्ल पक्ष में  जो तृतीया आती है, उस दिन ऐसा उपवास रखें …नमक बिना का भोजन (दूध रोटी) , एक बार खाएं बस ।*
 🕉️🚩🌹💐🌲🌲💐🌹🚩🕉️

*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~🌞*
 *⛅Date 01 June 2022*
 *⛅DAY - WEDNESDAY*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 * Paksha - Shukla *
 *⛅ date - second night till 09:46 after that Tritiya*
 * Nakshatra - Mrigashira till 01:01 after that Ardra *
 *⛅Yoga - Shool night till 01:35 after that Gand*
 *⛅ Rahukal - from 12:38 to 02:19 in the afternoon*
 *⛅Sunrise - 05:54*
 *⛅Sunset - 07:21*
 *⛅Dishashul - in the north direction*
 * Brahma Muhurta - from 04:29 to 05:12 in the morning *
 *Nishita Muhurta - night from 12.16 to 12:59*
 *⛅Vrat festival details- Maharishi Parashar Jayanti*
 * * Special - Eating Brihati (small wagon or Katehari) is prohibited on the second day. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
 *fruits of Ganga bath*
  * "The person who takes bath with water mixed with amla fruit and tulsi dal, gets the fruit of bathing in the Ganges." (Padma Purana, Uttar Khand)*
 *🔹For the increase of wealth and good fortune🔹*
  According to Bhavishya Purana, Rambha fast comes on the third day of Shukla Paksha of Jyeshtha month. Maa Parvati also observed this fast. Suhagan Ladies should do special ... you can tell those sisters who are facing problems after marriage in their house. On this day one should bow down to Maa Parvati by chanting three mantras.
  *Om Mahakalai Namah*
  *Om Mahalakshmyai Namah*
  *Om Mahasaraswatyai Namah*
  *any problem in the in-laws*
  *🌹 if a married sister has any problem in her in-laws' house, then keep fast on the third day of Shukla Paksha…. On the Tritiya of the party.. The Tritiya which comes in the Shukla Paksha from Amavasya to Poonam, keep such a fast on that day… Food without salt (milk bread), eat it once.*
  



Sunday, May 29, 2022

giriraj dharan bhajan

"गिरिराज धरन भजन प्रभु तुम्हारी शरण" #ब्रजभजन
 सपनों को साकार बनाया, कराके कृपा मुझे पास बुलाया,
 मुझे अनात को श्रीनाथ ने, देकर प्रेम सनथ बनाया,
 अपने पतिदेव के साथ चले, मेरी नई पार लगी।
 झाँकी करने को आज मैं, श्रीजी के द्वार चले।
 बहुत दिनों के बाद, मेनरी तकदेर खुले,
 झाँकी करने को आज, मैं श्रीजी के द्वार चले।
 गिरिराज धरन प्रभु तेरी शरणी
 मोर चंद्रिका शीश पे सोहे, श्याम छवी सब का मन मोहे,
 मुझे हाथ से पास बुलावे, कटे हाथ में कमल धारावे,
 मेरे नाथ नगरिया, प्रभु की बगिया, महके गली - गली,
 झाँकी करने को आज, मैं श्रीजी के द्वार चले।
 बहुत दिनों के बाद
 गिरिराज धरन प्रभु तेरी शरणी
 जाकार संमुख बैठा धरूँगी, निरख - निरख छवी दरश करूँगी,
 सेवा कराके श्रीनाथ की, जीवन अपना सफल करोगी,
 माला भी मैं गूठूंगा, चुन-चुन कर काले-काली।
 झाँकी करने को आज मैं, श्रीजी के द्वार चले।
 बहुत दिनों के बाद
 गिरिराज धरन प्रभु तेरी शरणी


भजन "Giriraj Dharan Prabhu Tumhari Sharan" #brajbhajan
sapane ko saakaar banaaya, karake krpa mujhe paas bulaaya ,
mujh anaath ko shreenaath ne , dekar prem sanaath banaaya ,
apane patidev ke saath chalee , meree naiya paar lagee .
jhaankee karane ko aaj main , shreejee ke dvaar chalee .
bahut dinon ke baad , menree takadeer khulee ,
jhaankee karane ko aaj , main shreejee ke dvaar chalee .
giriraaj dharan prabhu teree sharan
mor chandrika sheesh pe sohe , shyaam chhavi sab ka man mohe ,
mujhe haath se paas bulaave , katee haath mein kamal dharaave ,
meree naath nagariya, prabhu kee bagiya, mahake galee – galee,
jhaankee karane ko aaj , main shreejee ke dvaar chalee .
bahut dinon ke baad
giriraaj dharan prabhu teree sharan
jaakar sanmukh baith dharoongee , nirakh – nirakh chhavi darash karoongee ,
seva karake shreenaath kee , jeevan apana saphal karoongee ,
maala bhee main goothoongee , chun – chun kar kalee – kalee .
jhaankee karane ko aaj main , shreejee ke dvaar chalee .
bahut dinon ke baad
giriraaj dharan prabhu teree sharan

Friday, May 27, 2022

भजन नरसिंह जी राम जी

राम नाम गंगा दा सनान सारे बोलो राम राम

राम नाम जप्या धन्ने जट ने
पथरा चो पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............

राम नाम जप्या मीरा बाई ने
जहर च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............

राम नाम जप्या बिलनी माई ने
बेरा च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............

राम नाम जप्या द्रौपदी माई ने
सडिया च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............

राम नाम जप्या वीर हनुमान ने
हिरदय च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम.............

नाम जप्या भगत प्रह्लाद ने
खम्बे बिच पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम.............

Kabhi Ram Banke Kabhi Shyam Banke Lyrics in Hindi
कभी राम बनके कभी श्याम बनके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम राम रूप में आना, तुम राम रूप में आना,
सीता साथ लेके, धनुष हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥


 
तुम श्याम रूप में आना, तुम श्याम रूप में आना,
राधा साथ लेके, मुरली हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम शिव के रूप में आना, तुम शिव के रूप में आना,
गौरा साथ लेके, डमरू हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम विष्णु रूप में आना, तुम विष्णु रूप में आना,
लक्ष्मी साथ लेके, चक्र हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम गणपति रूप में आना, तुम गणपति रूप में आना,
रीधी साथ लेके, सीधी साथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥

कभी राम बनके कभी श्याम बनके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥

यशोमती मैया से बोले नंदलाल

 यशोमती मैया से बोले नंदलाल

 राधा क्यों गोरी


 यशोमती मैया से बोले नंदलाल

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां

 बोली मुस्कान मैया ललन को बताया

 बोली मुस्कान मैया ललन को बताया

 कारी अंधियारी आधी रात में तू आया:

 लाडला कन्हिया मेरा हो

 लाडला कन्हिया मेरा काली कमली वाला

 इसिलिये कला

 यशोमती मैया से बोले नंदलाल

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां


 बोली मुस्कान मैया सुन मेरे प्यारे

 बोली मुस्कान मैया सुन मेरे प्यारे

 गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे

 काले नैनों वाली ने हो

 काले नैनों वाली ने ऐसा जादू डाला

 इसिलिये कला

 यशोमती मैया से बोले नंदलाल

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां


 इतने में राधा प्यारी आई इतलाती

 इतने में राधा प्यारी आई इतलाती

 मैने ना जादू डाला बोली बालखाती

 मैया कन्हैया तेरा हो

 मैया कन्हैया तेरा जग से निराला

 इसिलिये कला

 यशोमती मैया से बोले नंदलाल

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां


 यशोमती मैया से बोले नंदलाल

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां

 राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
 
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...

 
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...

तू ही माता, तू ही पिता है ।
तू ही तू हे राधा का श्याम ।।

तू अर्न्तायामी, सबका स्वमी ।
तेरो चरणों में चारो धाम ।।

तू    ही बिगाड़े, तू ही सवारे ।
इस जग के करे काम ।।

तू ही जग दाता, विश्व विधाता ।
तू ही सुबह, तू ही  शाम ।।

 सत्संग है मानसरोवर,
सुखों की खान बन्दे,
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।

सत्संग से होकर जाता है मंज़िल का रास्ता,
इस मंज़िल के राही को जग से क्या वास्ता,
सत्संग की बहती गंगा, में करके अस्नान बन्दे,
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।

सत्संग ही सच्चा सौदा, सचा व्यापार है,flat
परमार्थ के प्रेमी का ,सत्संग आधार है,murkhi
सत्य ही चीज़ यहाँ पर सच की दुकान बन्दे, lower
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।

दुर्लभ है जिसको ढूँढना तप बल के ज़ोर से,
वो खुद ही खींचे आते हैं सत्संग की डोर से,
सत्संग से ही घुलता है मन का विकार बन्दे,
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।


माता शेरावाली वाली के गीत

माता शेरावाली के *2 द्वार जो भी आता है
माता शेरावाली के द्वार जो भी जाता है *2
खाली हाथ 
देखो खाली हाथ जाता है झोली भर के लाता है
माता शेरावाली के द्वार जो भी जाता है....

ममता छलकती है *2तेरे दिव्य मुखड़े से 
ममता छलकती है तेरे दिव्य मुखड़े से 
निराश लोगो की 2 झोली महकते  हुए फूलों से हंसते हंसते भरी तूने 
और तपस्या जो  निराहार  रहकर तेरी की  तो चंद्रभागा की किस्मत संवार दी तूने
ममता .....तू निहार ले जिसको वही मोक्ष पता है
माता शेरावाली के ...

जो भी व्यक्ति आता है मैया तेरे द्वारे पर 
मांगने  के लिए हे अम्बे मां
 धनवान हो या  रंक हरेक शीश झुकाता है यहां 
अपने हृदय के जलाकर श्रद्धा के चिराग अपना सर यहां ध्यानु भगत चढ़ता है यहां

जो भी व्यक्ति आता है मैया तेरे...प्रार्थना के धागे में दिल पिरोके लाता है 
माता शेरावाली के ...


सबके घर है उजियारा इसलिए की जग सारा *2
लिपटी हुई डगर में को डगर नही दुनिया को अब किसी महिषासुर का डर नहीं 
कण कण में तेरा वाश है मैया तूही बता
 वो कोन सा है दिल जिसमे तेरा घर नहीं
हे अम्बे माता
माता शेरावाली तेरे द्वार की माटी आंखों से लगता है माता शेरावालिंकेब्द जो भी


वृंदावन होन्या काशी सभी है तेरे अभिलाषी
वो प्यार की मिठास  हो या समंदर कि लहर हो 
सबको तेरी तलाश काशी सब है तेरे अभिलाषी 
मुझको किसी से    तेरे इमदाद चाहिए 
वृंदावनहो या काशी   सारा जग *2 तेरे धुन में बसूरी बजाता है 
माता शेरावाली के द्वार जो भी जाता है


तू  विनाश करती है दानवों का असुरो का *2
क्योंकि श्रीधर के घर में एक दिन*2
 नवरात्रों में आई भैरो के सामने जब खाना सजा के लाई
भैरों ने तेरे मुख पर जब अपनी दृष्टि डाली तू दिव्य कन्या है ये गुप्त बात पा ली
जैसे ही मैया उसने तुम्हे पकड़ना चाहा
इस निर्दई ने तेरी शक्ति से लड़ना चाहा
बस एक पल में ओझल तु हो गई नजर से 
भैरों भी तेरे पीछे आया इधर उधर से 
तू दर्शानी दरवाजे से होकर गुजरी मैया
और बाण गंगा तेरे बालों से निकली मैया 
लंगूरवीर ने भी पानी यहीं पिया था 
पीछा वहा पर भैरो ने भी किया था
चरणों की पादुका से तू गर्भ जोन समाई
उस गर्भजोन से बाहर 9 माह तक न आई
9माह बाद निकली तू पहुंची हाथीमथा
जिसकी चढ़ाई मुश्किल रास्ता न जिसका सीधा 
जैसे तू वहा से अपनी गुफा तक आई
भैरों भी आन पहुंचा होने लगी लड़ाई
भैरों से लड़ते लड़ते हनुमान थक गए तो
लंगूरवीर भैरव से हारने लगे तो 
धारण किया उसी क्षण चंडी का रूप तूने
भैरों की जान ले ली भैरो की आरजू ने 
धड़बकट के जब गिरा था दुहलीज पर गुफा की
लहरा रहा था मस्तक आगोश में हवा की 
होंठो से उसके लेकिन आवाज सच की आई +4
ही मां तेरी दुहाई *4
तू विनाश करती है दानवों का आसूरो का 
तेरा नाम सुनते ही दैत्य कांप जाता है
माता शेरावाली के द्वार जो भी जाता है 
खाली हाथ जाता है झोली भर के लाता है



लाख भजन शेरावली

1.

सुख दुख बताती है 
रक्षा करती है भक्त अपने की बात सच्ची करती उनके सपनों की 
तेरे दरबार में खुशी मिलती है 



तेरी छाया में तेरे चरणों में मगन हो बैठी तेरे चरणों में 
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है 
एक अजब सी मस्ती तन मन पी छाती है हर जुंबा तेरे गीत गाती गई 
बजते जयकारों से मीठी जयकारों से 
मस्ती से झूमे मन से तुम्हे चूमे तेरे चरणों को 
ऐसी मस्ती भी कही क्या मिलती है 

तेरे दरबार में खुशी मिलती हैं....
मेरी शेरावाली मां तेरे बात अच्छी है
सुख दुख बनाती है अपना बनाती है 
मिस्किल हो हो रक्षा करती है 
सारे लोकों की खुशी मिलती है 
तेरे दरबार में ....
रोता हुए आए जो हस्त हुआ जाता है
किस्मत मारो को 
फिर तू मां ऐसी कहीं तू मिलती है तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है 

2,

दरबार तेरा दरबारी में एक खास यहमियत रखता है उसको जैसा मिला जाता है जो जैसी नियत रखता है 
प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी भक्ति की लगी है कतार भवानी


ऊंचे पर्वत भवन निराला 2 आके शीश नवाए संसार भवानी
प्यारा सजा झाई तेरा द्वार भवानी

जगमग जगमग 
चरणों में गंगा की धार भवानी भक्ति की लगी है कतार भवानी
लाल चुनरिया लाला लाला चूड़ा 2
गैलबल फूले सोहे तेरे हर भवानी
प्यारा सजा है तेरा 


सावन महीना मैया झूला झूले2
देखो रूपगंज भवानी प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी

 पल के भारती झोली खाली 2
खुले दया के भंडार भवानी 2
भक्ति की लहलगी है कतार भवानी

अभिषेक/हमस्बको को है तेरा सहारा 
पायरा सजा है तेरा द्वार भवानी 
तेरे भक्ति को लगी है 

प्यारा सजा जाया तेरा दरबार भवानी 4


3,मेरे अखियों के सामने हो रहना हो शेरोवाली जगदम्बे
हम तो है चाक्कर तेरे दरबार के 
भूखे है हम तो मैं प्यारा के 
मेरे अखियों के सामने हो रहना अशेरोवाली वाली जगदमे 

विनती हमारी भी अब करो मंजूर मां 
चरणों से कभी करना न दूर मां
अखियों के सामने हिब्रह्न मां शेरो वाली जगदमे

मुझे जानकर अपना ही बालक सब भूल तू मेरी भुला देना एस
शेरोवली जगदम्बे आंचल में मुझे छुपा लें ए
मेरी अखियों के सामने हो रहना मां सीरोवाल जगदम्बे

तुम शिव जी शक्ति मैरूल्याबा मैया शेरावाली मेरे भोले को शक्ति शेरोवाली
तुम हो दुर्गा तुम हो काली 
बैंक अमृत की धार सदा बहाना मां शेरावाली जगदम्बे

तेरे बालक को ब्लकाभी मां साबर आते तेरे बालक को कभी आम साबर आए 
जहां देखू में तू ही तू नजर आए 
मुझे इसके सिवा कुछ न कहना 
मेरे अखी 


देदो भक्ति को भक्ति का दान मैया जी 
ओम गाता रहे तेरा गण माता जी 
है भजन तेरा भक्ति का गहना मां शेरो वालिं जगदम
वो शेवाली जगदम्बे 
मेहरावली जगदम्बे 


जय माता दी 

4
तेरी छाया में तेरे चरणों में मगन हो बैठी तेरे भक्ति में 
तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है जिंदगी मिलती है रोते को खुदी मिलती है तेरे दरबार में 

एक अजब सी मस्ती तन मन पी छाती है 
हर एक जुबा तेरे गीत गाती है 
बजते सितारों से 
मस्ती में झूमे तेरा चरण चूमे 
इसी मस्ती भी भला कटा कहीं मिलती है 
जिंदगी मिलती है रोते को khusi मिलती है


हो मेरी शेवावली मंत्री हर बात अच्छी है 
करनी पूरी है माता मेरी सच्ची है
सुख दुख बताई हैनापजा बनाती है
रक्षा करती है अपने बच्चो को
सारी दुनिया की दोलालात यही मिलती है 
जिंदगी मिलती है रोते को किसी मिलती है 
आर

रोता हुआ आए जो हस्तभुआ जलता है ... 
कहती 

पीपीए काट जाए पीपी

तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है 

4.
सर्व मंगल मंगले शिवे स्वार्थ साधिके करने त्र्यंबकं गौरी नारायणी नमोस्तुते

अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली 
हम सब उतारे तेरी आरती 

तेरे जगत पर भीड़ पड़ी है भारी मां
ओ दानव दल पर टूट पड़ी मां करके सिंह सवारी मां
ओ हम सब उतारे तेरी आरती 
अम्बे तू है जगदम्बे काली 

मां बेटे का है इस जग में बड़ा ही नॉर्मल नाता
पुट कुपित सुने है लेकिन माता न होती कुमाता 
मैया हम सब उतारे तेरी आरती
अम्बे तू है ...



नही मांगते ध्यान एली दौलत न चांदी न सोना मां
हम तो मांगे मां तेरे दिल में एक छोटा सा कोना 
मैया हम सब उतारे तेरी आरती 
वे तू है जगदम्बे 



हम सब उतारे तेरी आरती मैया4


कोई कमी नही है दर मैया के जा के देख 
देगी तुझे दर्शन मैया शिर झुका के देखा 
पल में भरेगी झूपिंतु झोली फैला के देख 

वो जाग में है है का
वो है कितनी दिन दयाल तुझे क्या बतलाई

जो सच्चे दिल से मां के द्वार जाता हाइवोह मुंह मांगा वार पता है
न रहे वो कंगाल सखी 
हो जाए 

वो कितनी है दिन दयाल सखी री तुझे क्या बतलाऊ

मां पल पल करती अपने भगत की रखवाली दुख हरे पालनमे शेरोवाली 
करे सभी सवाल सभी मन से भरम निकल सखी 
तू है कितनी दिन दयाल सखी री तेरे क्या बतलाई

मां 
मां ओ को देती लाल सखी रहने दे न्यू कोई ललक सखी 
ओ हाय कितनी दिन द्यालंतुझे में क्या बतलाउ


हर कमी करे मां शेरावाली 
लंबी है कहानी मां के उपकारी की
देती है मुसीबत टल सखी
वह है कितनी दिन दयाल सखी री तुझ एक्य बतल्लाऊ में





6।

जय हो अमृत की बरसे बदरिया अम्बे मां की दुवारिया ड





Wednesday, May 25, 2022

26/5/2022 ekadasi

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 26 मई 2022*
*⛅दिन - गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - एकादशी सुबह 10:54 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*⛅नक्षत्र - रेवती रात्रि 12:39 तक तत्पश्चात आश्विनी*
*⛅योग - आयुष्मान रात्रि 10:15 तक तत्पश्चात सौभाग्य*
*⛅राहुकाल - अपरान्ह 02:17 से 03:58 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:55*
*⛅सूर्यास्त - 07:19*
*⛅दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:30 से 05:13 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.15 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण- अपरा एकादशी*
*⛅ विशेष - एकादशी के दिन चावल खाना वर्जित है ।*
*🔶अपरा एकादशी 26 मई 2022🔶*
*🔹एकदाशी में क्या करें क्या ना करें🔹*
*🌹1.एकादशी को लकड़ी का दातुन तथा पेस्ट का उपयोग न करें; नींबू, जामुन या आम के पत्ते लेकर चबा लें और उँगली से कंठ शुद्ध कर लें । वृक्ष से पत्ता तोड़ना भी वर्जित है, अत: स्वयं गिरे हुए पत्ते का सेवन करे |*
*🌹2. स्नानादि कर के गीता पाठ करें , विष्णु सहस्रनाम पाठ करें |*
*🌹3.ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ इस द्वादश अक्षर मंत्र अथवा गुरुमंत्र का जाप करना चाहिए |*
*🌹4.चोर, पाखण्डी और दुराचारी मनुष्य से बात नहीं करना चाहिए , यथा संभव मौन रहें |*
*🌹5.एकदशी के दिन भूल कर भी चावल नहीं खाना चाहिए न ही किसी को खिलाएं | इस दिन फल आहार अथवा घर में निकाला हुआ फल का रस अथवा दूध या जल पर रहना लाभदायक है |*
*🌹6.व्रत के (दशमी, एकादशी और द्वादशी) -इन तीन दिनों में काँसे के बर्तन, मांस, प्याज, लहसुन, मसूर, उड़द, चने, कोदो (एक प्रकार का धान), शाक, शहद, तेल और अत्यम्बुपान (अधिक जल का सेवन) - इनका सेवन न करें ।*
*🌹7.फलाहारी को गोभी, गाजर, शलजम, पालक, कुलफा का साग इत्यादि सेवन नहीं करना चाहिए ।* *आम, अंगूर, केला, बादाम, पिस्ता इत्यादि अमृत फलों का सेवन करना चाहिए ।*8.जुआ, निद्रा, पान, परायी निन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, मैथुन, क्रोध तथा झूठ, कपटादि अन्य कुकर्मों से नितान्त दूर रहना चाहिए |*
*🌹9.भूलवश किसी निन्दक से बात हो जाय तो इस दोष को दूर करने के लिए भगवान सूर्य के दर्शन तथा धूप-दीप से श्रीहरि की पूजा कर क्षमा माँग लेनी चाहिए ।*
*🌹10.एकादशी के दिन घर में झाडू नहीं लगायें, इससे चींटी आदि सूक्ष्म जीवों की मृत्यु का भय रहता है | इस दिन बाल नहीं कटायें ।*
*🌹11.इस दिन यथाशक्ति अन्नदान करें किन्तु स्वयं किसीका दिया हुआ अन्न कदापि ग्रहण न करें ।* 
*🌹12.एकादशी की रात में भगवान विष्णु के आगे जागरण करना चाहिए (जागरण रात्र 1बजे तक) |*
*🌹13.श्रीहरि के समीप जागरण करते समय रात में दीपक जलाता है, उसका पुण्य सौ कल्पों में भी नष्ट नहीं होता ।*
*🌹14.इस विधि से व्रत करनेवाला उत्तम फल को प्राप्त करता है ।*
🚩🌹💐🏵️🕉️🕉️🏵️💐🌹🚩

*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅Date 26 May 2022*
 *⛅Day - Thursday*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 *⛅ Paksha - Krishna*
 * Tithi - Ekadashi till 10:54 in the morning, then Dwadashi *
 * Nakshatra - Revati night till 12:39 after that Ashwini *
 *⛅ Yoga - Ayushman night till 10:15, then good luck*
 *⛅Rahukal - 02:17 pm to 03:58 pm*
 *⛅Sunrise - 05:55*
 *⛅Sunset - 07:19*
 *Dishashul - in the south direction*
 *⛅Brahma Muhurta- from 04:30 to 05:13 in the morning*
 *Nishita Muhurta - night from 12.15 to 12:58*
 *⛅Vrat festival details- Apara Ekadashi*
 *⛅ Special - Eating rice is prohibited on the day of Ekadashi.*
 *🔶Apara Ekadashi 26 May 2022🔶*
 *🔹What to do and what not to do in Ekadashi*
 *🌹1.Do not use wooden teeth and paste on Ekadashi; Chew lemon, berries or mango leaves and clean the throat with your fingers. It is also forbidden to pluck a leaf from a tree, so eat the fallen leaves yourself.
 *🌹2. Take bath and recite Gita, recite Vishnu Sahasranama.
 *🌹3.ॐ Namo Bhagwate Vasudevaya This twelfth letter mantra or gurumantra should be chanted.
 * 4. One should not talk to a thief, hypocrite and mischievous person, be as silent as possible.*
 * 5. Even after forgetting on the day of Ekadashi, one should not eat rice or feed it to anyone. On this day it is beneficial to stay on fruit diet or fruit juice extracted at home or milk or water.
 * 6. Of fasting (Dashami, Ekadashi and Dwadashi) - In these three days bronze utensils, meat, onions, garlic, lentils, urad, chickpeas, kodo (a type of paddy), vegetables, honey, oil and atyambupan ( Consume more water) - do not consume them.*
 * 7.Flahari should not consume cabbage, carrot, turnip, spinach, culfa greens etc. One should stay away from other misdeeds like blasphemy, slander, theft, violence, sex, anger and lies, deceit etc.
 * 9. If by mistake there is talk of a slanderer, then to remove this defect, one should ask for forgiveness by worshiping Lord Sun and worshiping Shri Hari with incense-lamp.*
 * 10. Do not sweep the house on the day of Ekadashi, because of this there is a fear of death of micro-organisms like ant. Don't get a haircut on this day .*
 * 11. Donate food as much as you can on this day, but never take any food given by yourself.*
 * 12. Jagran should be done in front of Lord Vishnu in the night of Ekadashi (Jagran till 1 o'clock in the night) |*
 * 13. While awakening near Shri Hari, one lights the lamp in the night, his virtue is not destroyed even in a hundred cycles.*
 *🌹14. By this method the one who fasts gets the best results.

25/5/2022 PANCHANG

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 25 मई 2022*
*⛅दिन - बुधवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - दशमी सुबह 10:32 तक तत्पश्चात एकादशी*
*⛅नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद रात्रि 11:20 तक तत्पश्चात रेवती*
*⛅योग - प्रिती रात्रि 10:45 तक  तत्पश्चात आयुष्मान*
*⛅राहुकाल - दोपहर 12:37 से 02:17 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:55*
*⛅सूर्यास्त - 07:18*
*⛅दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:30 से 05:13 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.15 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण- संत मुक्ताबाई पुण्यतिथि*
*⛅ विशेष - दशमी को कलंबी खाना निषेध है।*
*🔶अपरा एकादशी मई 25 बुधवार सुबह 10:33 से 26 मई सुबह 10:54 तक है। व्रत उपवास 26 मई को रखें ।*
*🔹ग्रहदोष और ग्रहबाधा जिनको भी लगी हो, वे अपने घर में 9 अंगुल चौड़ा और 9 अंगुल लम्बा कुमकुम का स्वास्तिक बना दें तो ग्रहबाधा की जो भी समस्याएँ, दूर हो जायेंगी।*
*🔹घर की आर्थिक कमी दूर करने के सचोट, सरल उपाय🔹*
*🔹गाय के दूध के दही में थोड़ा पिसा जौ और तिल मिला दें। फिर उससे रगड़-रगड़कर 'ॐ लक्ष्मीनारायणाय नमः, ॐ लक्ष्मीनारायणाय नमः।....' जप करके स्नान करें।*
*🔹तनाव व अनिद्रा से पायें छुटकारा🔹*
*🔹10 मिनट विधिवत् शवासन करने से या जीभ के अग्रभाग को दाँतों से थोड़ा दबाकर 10 मिनट तक ज्ञान मुद्रा लगा के बैठने से शारीरिक-मानसिक तनाव व अनिद्रा आदि की बीमारी दूर होती है।*
🕉️🌲🌹💐🏵️🏵️💐🌹🌲🕉️
*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅Date 25 May 2022*
 *⛅DAY - WEDNESDAY*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 *⛅ Paksha - Krishna*
 * Tithi - Dashami till 10:32 in the morning after that Ekadashi *
 * Nakshatra - Uttar Bhadrapada night till 11:20, then Revathi *
 *⛅Yoga - every night till 10:45, then Ayushman*
 *⛅ Rahukal - from 12:37 to 02:17 in the afternoon*
 *⛅Sunrise - 05:55*
 *⛅Sunset - 07:18*
 *⛅Dishashul - in the north direction*
 *⛅Brahma Muhurta- from 04:30 to 05:13 in the morning*
 *Nishita Muhurta - night from 12.15 to 12:58*
 *⛅Vrat festival details- Saint Muktabai death anniversary*
 * Special - It is forbidden to eat Kalambi on the tenth day.*
 *🔶 Apara Ekadashi is from 10:33 am on Wednesday, May 25 to 10:54 am on May 26. Keep the fast on 26th May.*
 * * Those who are suffering from planetary defects and planetary obstruction, make a swastika of Kumkum 9 fingers wide and 9 fingers long in their house, then whatever problems of planetary obstruction will be removed.
 * Serious, simple measures to remove the economic shortage of the house🔹*
 Add a little ground barley and sesame in the curd of cow's milk. Then after rubbing it, take a bath by chanting 'Om Laxminarayanaya Namah, Om Laxminarayanaya Namah....'.
 *🔹Get rid of stress and insomnia*
 * * By doing 10 minutes of methodical shavasana or by pressing the tip of the tongue slightly with the teeth and sitting for 10 minutes by applying Gyan Mudra, the disease of physical-mental stress and insomnia etc. is removed.*
 3

Sunday, May 22, 2022

23/5/2022 Panchang

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 23 मई 2022*
*⛅दिन - सोमवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - अष्टमी सुबह 11:34 तक तत्पश्चात नवमी*
*⛅नक्षत्र - शतभिषा  रात्रि 10:22 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद*
*⛅योग - वैधृति रात्रि 01:06 तक  तत्पश्चात विष्कम्भ*
*⛅राहुकाल - सुबह 07:36 से 09:16 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:56*
*⛅सूर्यास्त - 07:17*
*⛅दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:31 से 05:13 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.15 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण-*
*⛅ विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
 *🔹अहंकार, चिंता और व्यर्थ का चिंतन मिटाने का मंत्र* 
*🔹अहंकार, चिंता और व्यर्थ का चिंतन साधक की शक्ति को निगल जाते हैं | इनको मिटाने के लिए एक सुंदर मंत्र योगी गोरखनाथजी ने बताया है | इसमें कोई विधि – विधान नहीं है | रात को सोते समय इस मंत्र का जप करो, संख्या का कोई आग्रह नहीं है | इस मंत्र से आपके चित्त की चिंता, तनाव, खिंचाव, दिक्कतें जल्दी शांत हो जायेगी और साधन – भजन में बरकत आयेगी | मंत्र उच्चारण में थोडा कठिन जैसा लगेगा लेकिन याद रह जाने पर आसान हो जायेगा | बाहर के रोग तो बाहर की औषधि से मिट सकते हैं लेकिन भीतर के रोग बाहर की औषधि से नहीं मिटेंगे और इस मंत्र से टिकेंगे नहीं |*
 *🔹हमारी जो जीवनधारा है, जीवनीशक्ति है, चित्तशक्ति है उसीको उद्देश्य करके यह मंत्र है ।*
 *🔹ॐ चित्तात्मिकां महाचित्तिं चित्तस्वरूपिणीं आराधयामि चित्तजान रोगान शमय शमय ठं ठं ठं स्वाहा ठं ठं ठं स्वाहा |*
 *🔹‘हे चित्तात्मिका, महाचित्ति, चित्तस्वरूपिणी ! मैं तेरी आराधना करता हूँ | जगत – शक्तिदात्री भगवती ! मेरे चित्त के रोगों का तू शमन कर |’*
 *🔹‘ठं’ बीजमंत्र है, यह बड़ा प्रभाव करता है | किसीमें लोभ, किसीमें मोह, किसीमें शराब पीने का, किसीमें अहंकार का, किसीमें शेखी बधारने का दोष होता है | चित्त में दोष भरे है इसलिए तो चिंता, भय, क्रोध, अशांति है और जन्म – मरण होता है |*
 *🔹इसके जप से आद्यशक्ति चेतना चित्त के दोषों को दूर कर देती है, चित्त को निर्मल कर देती है | सीधे लेट गये, यह जप किया | जब तक निद्रा न आये तब तक इसका प्रयोग करें | निद्रा आने पर अपने – आप ही छूट जायेगा | रात को जप करके सोने से सुबह तुम स्वस्थ, निर्भय, प्रसन्न होकर उठोगे |*
 *🔹भगवान के मंत्र हों और भगवान को अपना मानकर प्रीतिपूर्वक जप करें तो चित्त भगवदाकार होकर भगवदरस से पावन हो जाता है | भगवदरस के बिना नीरसता नहीं जाती |*
*🔷वायु के सर्वरोग🔷*
*👉🏻 काली मिर्च का 1 से 2 ग्राम पाउडर एवं 5 से 10 ग्राम लहसुन को बारीक पीसकर भोजन के समय घी-भात के प्रथम ग्रास में हमेशा सेवन करने से वायु रोग नहीं होता।*
*👉🏻 5 ग्राम सोंठ एवं 15 ग्राम मेथी का चूर्ण 5 चम्मच गुडुच (गिलोय) के रस में मिश्रित करके सुबह एवं रात्रि को लेने से अधिकांश वायु रोग समाप्त हो जाते हैं।*
*👉🏻यदि वायु के कारण मरीज का मुँह टेढ़ा हो गया हो तो अच्छी किस्म के लहसुन की 2 से 10 कलियों को तेल में तलकर शुद्ध मक्खन के साथ मिलाकर, बाजरे की रोटी के साथ थोड़ा नमक डालकर खाने से मरीज का मुँह ठीक हो जाता है।*
🌹🌲🏵️💐🕉️🕉️💐🏵️🌲🌹


*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅Date 23 May 2022*
 *⛅Day - Monday*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 *⛅ Paksha - Krishna*
 * Tithi - Ashtami till 11:34 in the morning, then Navami *
 * Nakshatra - Shatabhisha night till 10:22, then Purvabhadrapada *
 *⛅Yoga-validity till 01:06 after that Vishkambh*
 *⛅ Rahukal - from 07:36 to 09:16 in the morning*
 *⛅Sunrise - 05:56*
 *⛅Sunset - 07:17*
 *⛅Dishashul - in the east direction*
 * Brahma Muhurta - from 04:31 to 05:13 in the morning *
 *Nishita Muhurta - night from 12.15 to 12:58*
 *⛅Vrat festival details-*
 * * Special - Eating coconut fruit on Ashtami destroys the intellect. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
  * Mantra to remove ego, worry and useless thoughts.
 The ego, worry and vain contemplation swallow up the power of the seeker. Yogi Gorakhnathji has told a beautiful mantra to eradicate them. There is no law in this. Chant this mantra while sleeping at night, there is no insistence of numbers. With this mantra, the worry, tension, strain, problems of your mind will calm down quickly and the instrument - hymn will be blessed. It will seem a bit difficult to pronounce the mantra, but it will become easier if you remember it. External diseases can be eradicated by external medicine, but internal diseases will not be eradicated by external medicine and will not survive by this mantra.
  This mantra is aimed at our life-stream, life-power, mind-power.
  *
  * 'O chitttmika, great chitti, chittaswarupini! I worship you The world - Shakti Datri Bhagwati! You quell the diseases of my mind.
  *🔹'Than' is the seed mantra, it has a big effect. Some have greed, some have attachment, some have alcohol, some have egoism, some have the fault of boasting. The mind is full of defects, so there is worry, fear, anger, unrest and there is birth and death.
  By its chanting, the primal power consciousness removes the defects of the mind, purifies the mind. Lie down straight, chant this. Use it till you fall asleep. When sleep comes, it will leave on its own. After sleeping at night, you will wake up healthy, fearless, happy in the morning.
  * * If you have the mantras of God and chant with love considering God as your own, then the mind becomes divine by becoming godly. Dullness does not go away without Bhagavadaras.
 *🔷Serva diseases of air🔷*
 * * By grinding 1 to 2 grams of black pepper powder and 5 to 10 grams of garlic finely, always consuming it in the first gram of ghee and rice at the time of meal does not cause air disease.*
 * * 5 grams of dry ginger and 15 grams of fenugreek powder mixed with 5 teaspoons of Guduch (Giloy) juice and taken in the morning and night cures most of the air diseases.*
 If the patient's mouth has become crooked due to wind, then fry 2 to 10 buds of good quality garlic in oil and mix it with pure butter. is.*
 

Saturday, May 21, 2022

22/5/2022 panchang

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 22 मई 2022*
*⛅दिन - रविवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - सप्तमी दोपहर 01:00 तक तत्पश्चात अष्टमी*
*⛅नक्षत्र - धनिष्ठा रात्रि 10:47 तक तत्पश्चात शतभिषा*
*⛅योग - इन्द्र प्रातः 03:00 तक  तत्पश्चात वैधृति*
*⛅राहुकाल - शाम 05:37 से 07:17 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:56*
*⛅सूर्यास्त - 07:17*
*⛅दिशाशूल - पश्चम दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:31 से 05:13 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.15 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण- रविवारी सप्तमी*
*⛅ विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है था शरीर का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹रविवारी सप्तमी : 22 मई 2022🌹*
*🌹पुण्यकाल : सुर्योदय से दोपहर 01:00 तक*
*🌹इस दिन किया गया जप ध्यान का लाख गुना फल होता है ।*
*🌹रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उस घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं ।*
*🌹सूर्य पूजन विधि🌹*
*🌹१) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें ।*
*🌹२) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुमकुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें ।*
*🌹सूर्य अर्घ्य मंत्र🌹*
*1. ॐ मित्राय नमः।*
*2. ॐ रवये नमः।*
*3. ॐ सूर्याय नमः।*
*4. ॐ भानवे नमः।*
*5. ॐ खगाय नमः।*
*6. ॐ पूष्णे नमः।*
*7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।*
*8. ॐ मरीचये नमः।*
*9. ॐ आदित्याय नमः।*
*10. ॐ सवित्रे नमः।*
*11. ॐ अर्काय नमः।*
*12. ॐ भास्कराय नमः।*
*13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः*
*(शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)*
*🔹विशेष - घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।*
*🔹सर्वनेत्ररोगनिवारक, मेधा व दृष्टिशक्तिवर्धक त्रिफला रसायन कल्प*
*🔹यह रसायन त्रिदोषशामक, इंद्रिय बलवर्धक विशेषतः नेत्रोः के लिए हितकर है । इसके सेवन से दृष्टिमांद्य, रतौंधी, मोतियाबिंदू, काँचबिंदू आदि नेत्ररोगों से रक्षा होती है ।*
*🔹सेवन विधिः त्रिफला रसायन 11ग्राम मिश्रण सुबह-शाम गुनगुना पानी के साथ लें (बालकों के लिए मात्राः 6 ग्राम) । दिन में केवल एक बार सात्त्विक, सुपाच्य व अल्प लवणयुक्त भोजन करें । साधारण नमक की जगह सैंधव नमक का उपयोग करें । सुबह-शाम गाय का दूध ले सकते हैं । दूध व रसायन के सेवन में 2 घंटे का अंतर रखें । कल्प के दिनों में खट्टे, तले हुए, मिर्च-मसालेयुक्त व पचने में भारी पदार्थ निषिद्ध हैं केवल दूध-चावल अथवा दूध-रोटी का सेवन अधिक गुणकारी है ।*🕉️🌹💐🏵️🌻🌲🌲🌻🏵️💐🌹🕉️ आप

*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅Date 22 May 2022*
 *⛅DAY - SUNDAY*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 *⛅ Paksha - Krishna*
 * Tithi - Saptami till 01:00 pm, then Ashtami *
 * Nakshatra - Dhanishtha night till 10:47, then Shatabhisha *
 *⛅Yoga - Indra till 03:00 in the morning thereafter validity*
 *⛅ Rahukal - from 05:37 to 07:17 in the evening*
 *⛅Sunrise - 05:56*
 *⛅Sunset - 07:17*
 *⛅Dishashul - in the west direction*
 * Brahma Muhurta - from 04:31 to 05:13 in the morning *
 *Nishita Muhurta - night from 12.15 to 12:58*
 *⛅Vrat festival details- Sunday Saptami*
 * Special - Eating palm fruit on Saptami increases the disease, the body gets destroyed. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
 *🌹Sunday Saptami: 22 May 2022*
 * Punya Kaal : From sunrise to 01:00 in the afternoon *
 * The chanting done on this day is a million times the fruit of meditation.*
 * * On Sunday Saptami, if someone eats food without salt and pepper and worships the Sun God, then those deadly diseases can be overcome.
 *🌹Sun worship method🌹*
 *🌹1) Show the Sun God by lighting a lamp of sesame oil, do aarti.*
 *🌹2) Add some rice, sugar, jaggery, red flowers or red kumkum to the water and offer Arghya to the Sun God.*
 *🌹Surya Arghya Mantra🌹*
 *1. Om Mitraya Namah.*
 *2. Om Ravaye Namah.*
 *3. Om Surya Namah.*
 *4. Om Bhanve Namah.*
 *5. Om Khagay Namah.*
 *6. Om Pushne Namah.*
 *7. Om Hiranyagarbhaya Namah.*
 *8. Om Marichaye Namah.*
 *9. Om Aditya Namah.*
 *10. Om Savitre Namah.*
 *11. Om Arkay Namah.*
 *12. Om Bhaskarai Namah.*
 *13. Om Srisavitri-Suryanarayanaya Namah*
 *(Shiva Purana, Vidyeshwara Samhita: Chapter 10)*
 * * Special - If someone is sick or has a fatal disease in the house, then if a member of the family does this method, the disease will go away.*
 * All-eye curative, intellect and vision enhancer Triphala Rasayana Kalpa*
 * This chemical is beneficial for tridoshasamak, enhancer of the senses, especially for the eyes. Its consumption protects against eye diseases like blindness, night blindness, glaucoma, glaucoma etc. *
 * Intake method: Take 11 grams of Triphala Rasayan mixture with lukewarm water in the morning and evening (Amount for children: 6 grams). Eat sattvik, digestible and less salty food only once a day. Use sandhav salt instead of common salt. You can take cow's milk in the morning and evening. Keep a gap of 2 hours between the consumption of milk and chemicals. Sour, fried, chili-spicy and heavy to digest substances are prohibited during the days of Kalpa, only the consumption of milk-rice or milk-bread is more beneficial.*🕉️🌹💐🏵️🌻🌲🌲🌻🏵️💐🌹🕉️

Friday, May 20, 2022

21/5/2022 Panchang

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 21 मई 2022*
*⛅दिन - शनिवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - षष्टी दोपहर 02:59 तक तत्पश्चात सप्तमी*
*⛅नक्षत्र - श्रवण  रात्रि 11:46 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
*⛅योग - शुक्ल सुबह 08:12 तक  तत्पश्चात ब्रह्म 05:22 ( 21मई सुबह )*
*⛅राहुकाल - सुबह 09:16 से 10:56 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:56*
*⛅सूर्यास्त - 07:16*
*⛅दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:31 से 05:14 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.15 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण-*
*⛅ विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹शनिवार के दिन विशेष प्रयोग*
*🌹शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')*
*🌹कब कहां और कैसे सोना चाहिए🌹
*🌹हमारे शास्त्रों में मुनष्य की दिन चर्या के बारे में सुबह से लेकर रात्र में सोते तक के नियमों का वर्णन मिलता है। शास्त्रों के अनुसार रात में जब दिनभर की थकान को दूर करने के लिए हम शयन करने जा रहे होते हैं तो कब और कैसे शयन करना चाहिए, कहां शयन करना चाहिए और कहां नहीं। यशस्वी, निरोग और दीर्घायु जीवन के लिए सोते समय इन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए।*
*🌹1- मनुस्मृति में कहा गया है कि सूने तथा निर्जन घर में अकेला नहीं सोना चाहिए। देव मन्दिर गर्भगृह और श्मशान भूमि में भी नहीं सोना चाहिए।*
*🌹2- विष्णुस्मृति के अनुसार, किसी सोए हुए मनुष्य को भूलकर भी अचानक नहीं जगाना चाहिए।*
*🌹3- चाणक्यनीति के अनुसार, विद्यार्थी, नौकर और द्वारपाल यदि ये अधिक समय से सोए हुए हों तो इन्हें समय पर तुरंत जगा देना चाहिए।*
*🌹4- देवीभागवत एवं पद्मपुराण में कहा गया है कि- स्वस्थ मनुष्य को आयुरक्षा हेतु ब्रह्ममुहुर्त में उठना चाहिए। बिल्कुल अंधेरे कमरे में नहीं सोना चाहिए।*
*🌹5- अत्रिस्मृति के अनुसार, भीगे (गीले) पैर कभी नहीं सोना चाहिए। सूखे पैर सोने से लक्ष्मी (धन) की प्राप्ति होती है।*
*🌹6- महाभारत के अनुसार, टूटी खाट पर तथा जूठे मुंह भूलकर भी नहीं सोना चाहिए।*
*🌹7- गौतम धर्म सूत्र के अनुसार, "नग्न होकर/निर्वस्त्र" नहीं सोना चाहिए और न ही नहाना चाहिए।*
*🌹8- आचारमय़ूख में लिखा है कि- पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोने से विद्या, पश्चिम की ओर सिर करके सोने से प्रबल चिन्ता, उत्तर की ओर सिर करके सोने से हानि व मृत्यु तथा दक्षिण की ओर सिर करके सोने से धन व आयु की प्राप्ति होती है।*
*🌹9- दिन में कभी नहीं सोना चाहिए। परन्तु ज्येष्ठ मास में दोपहर के समय 1 मुहूर्त (48 मिनट) के लिए सोया जा सकता है। (दिन में सोने से रोग घेरते हैं तथा आयु का क्षय होता है) ।*
*🌹10- ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार, दिन में तथा सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सोने वाला रोगी और दरिद्र हो जाता है।*
*🌹11- सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग 3 घण्टे) के बाद ही शयन करना चाहिए।*
*🌹12- बायीं करवट सोना स्वास्थ्य के लिये लाभकारी है।*
*🌹13- दक्षिण दिशा में पांव करके कभी नहीं सोना चाहिए। यम और दुष्ट देवों का निवास रहता है। कान में हवा भरती है। मस्तिष्क में रक्त का संचार कम को जाता है, स्मृति- भ्रंश, मौत व असंख्य बीमारियां होती है।*
*🌹14- हृदय पर हाथ रखकर, छत के पाट या बीम के नीचे और पांव पर पांव चढ़ाकर निद्रा न लें।*
*🌹15- शय्या (पलंग) पर बैठकर खाना-पीना बहुत अशुभ होता है एवं सोते सोते पढ़ने से नेत्र ज्योति घटती है, इसलिए ऐसा नहीं करना चाहिए।*
*🌹16- माथे पर तिलक लगाकर कभी नहीं  सोना चाहिए।*
🌲🌹🌻🕉️🕉️🌻🌹🌲
*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅Date 21 May 2022*
 *⛅Day - Saturday*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 *⛅ Paksha - Krishna*
 *⛅ Tithi - Shashti till 02:59 after that Saptami*
 * Nakshatra - Hearing night till 11:46, then Dhanishtha *
 *⛅Yoga-Shukla till 08:12 in the morning, then Brahma 05:22 (May 21 morning)*
 *⛅ Rahukal - from 09:16 to 10:56 in the morning*
 *⛅Sunrise - 05:56*
 *⛅Sunset - 07:16*
 *⛅Dishashul - in the east direction*
 *⛅Brahma Muhurta- from 04:31 to 05:14 in the morning*
 *Nishita Muhurta - night from 12.15 to 12:58*
 *⛅Vrat festival details-*
 * Special - By putting neem leaves, fruits or teeth in the mouth of Shashti, low vaginas are attained. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
 *🌹special experiment on Saturday*
 On a Saturday, while touching the Peepal tree with both hands, chanting 'Om Namah Shivaya' 108 times, the effect of sorrow, difficulty and planetary defects gets pacified. (Brahma Purana')*
 * When and how should I sleep?
 In our scriptures, there is a description of the rules regarding the day-to-day routine of a human being from morning till sleeping at night. According to the scriptures, when we are going to sleep in the night to remove the fatigue of the day, then when and how should we sleep, where should we sleep and where not. These things should be specially kept in mind while sleeping for a successful, healthy and long life.
 * 1- It has been said in Manusmriti that one should not sleep alone in a deserted and deserted house. Dev Mandir should not sleep in the sanctum sanctorum and also in the cremation ground.*
 *🌹2- According to Vishnusmriti, a sleeping person should not be awakened suddenly even after forgetting it.*
 *🌹3- According to Chanakyanti, if the students, servants and gatekeepers have been sleeping for a long time, then they should be woken up immediately on time.*
 * 4- It has been said in Devi Bhagwat and Padma Purana that – A healthy person should get up in Brahmamuhurta for the protection of life. One should not sleep in a completely dark room.*
 *🌹5- According to Atrismriti, wet feet should never sleep. Laxmi (wealth) is attained by sleeping with dry feet.*
 * 6- According to Mahabharata, one should not sleep on a broken cot and even after forgetting the lying face.*
 * 7- According to Gautam Dharma Sutra, "naked / naked" should not sleep or take a bath.*
 * 8- It is written in Acharmayukh that- learning from sleeping with head towards east, strong anxiety from sleeping with head towards west, loss and death from sleeping with head towards north and wealth and money by sleeping with head towards south. Age is attained.*
 * 9- Never sleep during the day. But in Jyeshtha month one can sleep for 1 Muhurta (48 minutes) in the afternoon. (Sleeping during the day surrounds diseases and decays life).*
 * 10- According to Brahmavaivarta Purana, one who sleeps during the day and at sunrise and sunset becomes patient and poor.
 * 11- One should sleep only after sunset (about 3 hours).*
 *🌹12- Sleeping on the left side is beneficial for health.*
 * 13- One should never sleep with feet in the south direction. Yama and the evil gods reside. The air fills the ear. Blood circulation in the brain is reduced, memory loss, death and innumerable diseases occur.
 *🌹14- Do not sleep by placing your hand on the heart, under the roof or beam and by stepping on your feet.*
 *🌹15- Eating and drinking while sitting on the bed is very inauspicious and reading while sleeping reduces the light of the eye, so it should not be done.*
 *🌹16- Never sleep with tilak on the forehead.*
 

Thursday, May 19, 2022

20/5/2022 Panchang

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 20 मई 2022*
*⛅दिन - शुक्रवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - ज्येष्ठ*
*⛅पक्ष - कृष्ण*
*⛅तिथि - पंचमी शाम 05:28 तक तत्पश्चात षष्टी*
*⛅नक्षत्र - उत्तराषाढ़ा रात्रि 01:18 तक तत्पश्चात श्रवण*
*⛅योग - शुभ सुबह 11:25 तक  तत्पश्चात शुक्ल*
*⛅राहुकाल - सुबह 10:56 से दोपहर 12:36 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:57*
*⛅सूर्यास्त - 07:16*
*⛅दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:31 से 05:14 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.15 से 12:57 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण-*
*⛅ विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*🔹गर्मी के प्रभाव से सुरक्षा हेतु – प्रकृति के उपहार🔹*
 *🔹नारियल पानी :-  नारियल का पानी पित्तशामक, स्वादिष्ट, स्निग्ध और ताजगी प्रदान करनेवाला है | यह प्यास को शांत कर ग्रीष्म ऋतू की उष्णता से सुरक्षा करता है | अत: गर्मियों में नारियल पानी का सेवन विशेष लाभदायी हैं |*
 *लू  लगने पर नारियल पानी के साथ काला जीरा पीस के शरीर पर लेप करने से लाभ होता है |*
 *प्रतिदिन नारियल खाने व नारियल पानी पीने से शारीरिक शक्ति का विकास होता है, वीर्य की तेजी से वृद्धि होती है | ( अष्टमी को नारियल न खायें | )*
 *मूत्र में जलन होने पर पिसा हरा धनिया तथा मिश्री नारियल पानी में मिला के पीने से जलन दूर होती है |*
 *🔹खीरा : -  खीरा शरीर को शीतलता प्रदान करता है | इसमें बड़ी मात्रा में पानी और खनिज तत्त्व पाये जाते हैं |*
 *अत: इसके सेवन से शरीर में खनिज तत्त्वों का संतुलन बना रहता हैं | यह मूत्र की जलन शांत करता है एवं यकृत ( लीवर ) के लिए भी हितकारी है | खीरा भूख बढाने के साथ ही आँतों को सक्रिय करता हैं |*
➡ *अधिक पढने – लिखने, चित्रकला, संगणक व सिलाई का काम करने से आँखों में थकावट होने पर खीरे के दुकड़े काटकर आँखों पर रखें | इससे उनको आराम मिलता है तथा थकावट दूर होती है |*
 *नींबू  और खीरे का रस मिलाकर लगाने से धूप से झुलसी हुई त्वचा ठीक होती है |*
 *🔹तरबूज : ग्रीष्म ऋतू में प्यास की अधिकता से मुक्ति दिलाता है तरबूज | इसके सेवन से शरीर में लू का प्रकोप कम होता है और बेचैनी से रक्षा होती है |*
*👉 तरबूज के रस में सेंधा नमक और नींबू का रस मिलाकर पीने से लू से सुरक्षा होती है |*
👉 *गर्मी के प्रकोप से मूत्रावरोध होने पर तरबूज का रस पिलाने से मूत्र शीघ्र निष्कासित होता है |*
👉 *तरबूज के छोटे – छोटे टुकड़ों पर थोडा – सा  जीरा चूर्ण और मिश्री डाल के सेवन करने से शरीर की उष्णता दूर होती है |*
👉 *धनिया : - धनिया ग्रीष्म ऋतू में अधिक प्यास के प्रकोप को शांत करता है |*
👉 *१० ग्राम सूखा धनिया व ५ ग्राम आँवला चूर्ण रात को मिटटी के पात्र में  १ गिलास पानी में भिगो दें | प्रात: मसलकर मिश्री मिला के छान के पियें | यह गर्मी के कारण होनेवाले सिरदर्द व मूँह के छालों में हितकर हैं | धनिया पीसकर सिर पर लेप करने से भी आशातीत लाभ होगा | इससे पेशाब की जलन, गर्मी के कारण चक्कर आना तथा उलटी होना आदि समस्याएँ दूर होती हैं |*
 
🚩🌹🌲🕉️🕉️🌲🌹🚩


*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅Date 20 May 2022*
 *⛅Day - Friday*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 *⛅ month - eldest*
 *⛅ Paksha - Krishna*
 * Tithi - Panchami till 05:28 after that Shashti *
 * Nakshatra - Uttarashada night till 01:18 after that hearing *
 *⛅Yoga - good morning till 11:25 then shukla*
 *⛅ Rahukal - from 10:56 am to 12:36 pm*
 *⛅Sunrise - 05:57*
 *⛅Sunset - 07:16*
 *⛅Dishashul - in the west direction*
 *⛅Brahma Muhurta- from 04:31 to 05:14 in the morning*
 *Nishita Muhurta - night from 12.15 to 12:57*
 *⛅Vrat festival details-*
 *⛅ Special - Eating vine on Panchami causes stigma. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)
 *🔹For protection from the effects of heat – gifts of nature*

  * Coconut water: - Coconut water is choleretic, tasty, aliphatic and refreshing. It quenches the thirst and protects it from the heat of the summer season. Therefore, consumption of coconut water in summer is especially beneficial.
  Applying black cumin powder with coconut water on the body is beneficial in case of heatstroke.
  * By eating coconut and drinking coconut water daily, physical strength develops, semen increases rapidly. (Do not eat coconut on Ashtami.)*
  In case of burning sensation in the urine, drinking ground coriander and sugar candy mixed with coconut water ends burning sensation.
  * Cucumber :- Cucumber provides coolness to the body. It contains a large amount of water and minerals.
  Therefore, its consumption maintains the balance of mineral elements in the body. It calms the burning of urine and is also beneficial for the liver. Cucumber activates the intestines along with increasing appetite.
 * If the eyes get tired due to reading, writing, painting, computer and sewing work, cut pieces of cucumber and keep them on the eyes. This gives them relief and removes tiredness.
  * Applying lemon and cucumber juice mixed together cures sunburned skin.
  Watermelon: Watermelon relieves from excessive thirst in summer. Its consumption reduces the heat wave in the body and protects against restlessness.
 * * Drinking watermelon juice mixed with rock salt and lemon juice protects against heatstroke.
 * Urine is expelled quickly by drinking watermelon juice in case of urinary blockage due to the outbreak of heat.
 * Taking a little cumin powder and sugar candy on small pieces of watermelon removes the heat of the body.
 * Coriander :- Coriander pacifies the outbreak of excessive thirst in the summer season.
 * Soak 10 grams dry coriander and 5 grams of amla powder in an earthen pot at night in 1 glass of water. Mix sugar candy in the morning and drink it after filtering. It is beneficial in headache and mouth ulcers due to heat. Grinding coriander and applying it on the head will also give expected benefits. It removes problems like burning of urine, dizziness due to heat and vomiting.