राम नाम गंगा दा सनान सारे बोलो राम राम
राम नाम जप्या धन्ने जट ने
पथरा चो पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............
राम नाम जप्या मीरा बाई ने
जहर च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............
राम नाम जप्या बिलनी माई ने
बेरा च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............
राम नाम जप्या द्रौपदी माई ने
सडिया च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम............
राम नाम जप्या वीर हनुमान ने
हिरदय च पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम.............
नाम जप्या भगत प्रह्लाद ने
खम्बे बिच पाए भगवान सारे बोलो राम राम
राम नाम.............
Kabhi Ram Banke Kabhi Shyam Banke Lyrics in Hindi
कभी राम बनके कभी श्याम बनके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥
तुम राम रूप में आना, तुम राम रूप में आना,
सीता साथ लेके, धनुष हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥
तुम श्याम रूप में आना, तुम श्याम रूप में आना,
राधा साथ लेके, मुरली हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥
तुम शिव के रूप में आना, तुम शिव के रूप में आना,
गौरा साथ लेके, डमरू हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥
तुम विष्णु रूप में आना, तुम विष्णु रूप में आना,
लक्ष्मी साथ लेके, चक्र हाथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥
तुम गणपति रूप में आना, तुम गणपति रूप में आना,
रीधी साथ लेके, सीधी साथ लेके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥
कभी राम बनके कभी श्याम बनके,
चले आना प्रभुजी चले आना॥
यशोमती मैया से बोले नंदलाल
यशोमती मैया से बोले नंदलाल
राधा क्यों गोरी
यशोमती मैया से बोले नंदलाल
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
बोली मुस्कान मैया ललन को बताया
बोली मुस्कान मैया ललन को बताया
कारी अंधियारी आधी रात में तू आया:
लाडला कन्हिया मेरा हो
लाडला कन्हिया मेरा काली कमली वाला
इसिलिये कला
यशोमती मैया से बोले नंदलाल
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
बोली मुस्कान मैया सुन मेरे प्यारे
बोली मुस्कान मैया सुन मेरे प्यारे
गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे
काले नैनों वाली ने हो
काले नैनों वाली ने ऐसा जादू डाला
इसिलिये कला
यशोमती मैया से बोले नंदलाल
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
इतने में राधा प्यारी आई इतलाती
इतने में राधा प्यारी आई इतलाती
मैने ना जादू डाला बोली बालखाती
मैया कन्हैया तेरा हो
मैया कन्हैया तेरा जग से निराला
इसिलिये कला
यशोमती मैया से बोले नंदलाल
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
यशोमती मैया से बोले नंदलाल
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
राधा क्यों गोरी मैं क्यों कलां
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
तू ही माता, तू ही पिता है ।
तू ही तू हे राधा का श्याम ।।
तू अर्न्तायामी, सबका स्वमी ।
तेरो चरणों में चारो धाम ।।
तू ही बिगाड़े, तू ही सवारे ।
इस जग के करे काम ।।
तू ही जग दाता, विश्व विधाता ।
तू ही सुबह, तू ही शाम ।।
सत्संग है मानसरोवर,
सुखों की खान बन्दे,
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।
सत्संग से होकर जाता है मंज़िल का रास्ता,
इस मंज़िल के राही को जग से क्या वास्ता,
सत्संग की बहती गंगा, में करके अस्नान बन्दे,
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।
सत्संग ही सच्चा सौदा, सचा व्यापार है,flat
परमार्थ के प्रेमी का ,सत्संग आधार है,murkhi
सत्य ही चीज़ यहाँ पर सच की दुकान बन्दे, lower
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।
दुर्लभ है जिसको ढूँढना तप बल के ज़ोर से,
वो खुद ही खींचे आते हैं सत्संग की डोर से,
सत्संग से ही घुलता है मन का विकार बन्दे,
सत्संग से ही मिलते हैं,
सचमुच भगवान बन्दे,
सत्संग है मानसरोवर।
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