Tuesday, March 8, 2022

8/3/2022 subhashit modi ji

 अग्नि : शेषम् ऋण : शेषम् , व्याधि : शेषम् तथैवच | पुन : पुन : प्रवर्धेत , तस्मात् शेषम् न कारयेत ॥ 

आग, कर्ज और बीमारी अगर छोटे-छोटे अंशों में भी रहेगी तो फिर बढ़ेगी।

" FIRE , LOAN AND DISEASE IF REMAIN EVEN IN SMALL TRACES WILL GROW AGAIN .

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