⛅ *दिनांक - 24 मार्च 2022*
⛅ *दिन - गुरुवार*
⛅ *विक्रम संवत 11 चैत्र - 2078*
⛅ *शक संवत -1943*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - वसंत ऋतु*
⛅ *मास - चैत्र (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - फाल्गुन)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - सप्तमी रात्रि 12:09 तक तत्पश्चात अष्टमी*
⛅ *नक्षत्र - जेष्ठा शाम 05:30 तक तत्पश्चात मूल*
⛅ *योग - सिद्धि सुबह 07:29 तक तत्पश्चात व्यतिपात*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 02:17 से शाम 03:48 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:40*
⛅ *सूर्यास्त - 18:49*
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - मारवाड़ी सप्तमी*
💥 *विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 *खट्टी चीज़ खाने से* 🌷
👉🏻 *खट्टी चीज़ खाने से आँखें जलती हैं और स्वभाव बिगड़ता है, गुस्सा आता है, अकारण जलन होती है।*
🌷 *व्यतिपात योग* 🌷
🙏🏻 *व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।*
🙏🏻 *वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।*
🙏🏻 *व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुए नाराज हुए उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नही दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नही थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसु बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है। और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।*
💥 *विशेष ~ 24 मार्च 2022 गुरुवार को सुबह 07:30 से 25 मार्च प्रातः 04:37 तक (यानी 24 मार्च, गुरुवार को पूरा दिन) व्यतिपात योग है।*
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏
~ * Today's Hindu Panchang * ~
*Date - 24 March 2022*
*Day - Thursday*
*Vikram Samvat 11 Chaitra - 2078*
*Shaka Samvat-1943*
*Ayan - Uttarayan*
* season - spring season *
* Month - Chaitra (Gujarat and Maharashtra - Falgun) *
*Paksha - Krishna*
* Tithi - Saptami night till 12:09, then Ashtami *
*constellation - firstborn till 05:30 in the evening after that the original*
*Yoga-Siddhi till 07:29 in the morning after that lapse*
*Rahukal - from 02:17 in the afternoon to 03:48 in the evening*
*sunrise - 06:40*
*sunset - 18:49*
*Dishashul - in the south direction*
*Vrat festival details - Marwari Saptami*
* Special - Eating palm fruit on Saptami increases the disease and destroys the body. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
* by eating sour cheese *
* eating sour things burns the eyes and spoils the nature, gets angry, gets jealous without any reason.*
* Intermittent Yoga *
Such is the glory of Vyatipat Yoga that at that time chanting, Pranayama, chanting with rosary or mental chanting brings happiness to God and especially to Lord Suryanarayan, those who chant, whatever is done in Vyatipat Yoga Its fruit is 1 lakh times.*
🙏🏻 * in Varaha Purana it comes about Vyatipat Yoga.*
🙏🏻 * Vyatipat Yoga is believed that Chandra Dev had a wrong eye on Tara, the wife of Jupiter, the Guru of the gods, due to which Sun God was angry, he was angry, he explained to Chandradev, but when Chandradev ignored him, then Surya Dev felt sad that I told them the right thing, still did not pay attention and Suryadev remembered his Gurudev, how should he have respect, love, reverence for Gurudev, but he is not forgetting it so much, Suryadev remembered Gurudev and tears flowed from his eyes. Time lapse is called yoga. And the chanting, sumiran, recitation, prayanaam, gurudarshan done at that time have been given a lot of glory in the Varaha Purana.*
* Special ~ 24 March 2022 on Thursday from 07:30 in the morning to 04:37 in the morning of 25 March (ie March 24, the whole day on Thursday) is Vyatipat Yoga.*
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