Friday, June 26, 2020

26/6/2020 चीन की ऐशी की तैसीं

*राफेल✈️ का मामला असली में है क्या ? लास्ट लाईन तक जरूर पढ़ें, तभी समझ में आ पायेगा ...!*

*बात शुरू होती है वाजपेयी जी की सरकार से ! तब अटल जी के विशेष अनुरोध पर, भारतीय वैज्ञानिकों ने ब्रम्होस 🚀मिसाइल तैयार की थी !*

*ब्रम्होस 🚀की काट आज तक दुनिया का कोई देश तैयार नहीं कर सका है !*

*विश्व के किसी देश के पास अब तक ऐसी कोई टेक्नोलॉजी विकसित नहीं हुई जो ब्रम्होस को अपने निशाने पर पहुँचने से पहले रडार पर ले सके !*

*अपने आप में अद्भुत क्षमताओं को लिये ब्रम्होस ऐसी परमाणु मिसाइल है जो ८,००० किलोमीटर के लक्ष्य को मात्र १४० सेकेंड में भेद सकती है।*

*और चीन के लिये ब्रम्होस की यह लक्ष्य भेदन क्षमता ही सिरदर्द बनी हुई है।*

*न चीन आज तक ब्रम्होस की काट बना सका है, न ऐसा रडार सिस्टम जो ब्रम्होस को पकड़ सके !*

*अटल जी की सरकार गिरने के बाद, सोनिया के कहने पर, कांग्रेस सरकार ने ब्रम्होस को तहखाने में रखवा कर आगे का प्रोजेक्ट बन्द करवा दिया !*

*जिसमें ब्रम्होस को लेकर उड़ने वाले फाइटर जेट विमान तैयार करने की योजना थी जो अधूरी रह गयी।*
*ब्रम्होस का विकास रोकने के लिए चीन ने ना जाने कितने करोड़ रुपये-पैसे सोनिया को दिए होंगे !*

*दस वर्षों बाद, जब मोदी सरकार आई, तब तहखाने में धूल-गर्द में पड़ी ब्रम्होस को सँभाला गया ! वह भी तब, जब मोदी खुद भारतीय सेना से सीधा मिले, तो सेना ने तब व्यथा बताई !*

*वर्तमान में ब्रम्होस को लेकर उड़ सके ऐसा सिर्फ एक ही विमान है और वह है राफेल !*

*जी हाँ दुनिया भर में सिर्फ राफेल ही वो खूबियाँ लिये हुए है, जो ब्रम्होस को सफलता पूर्वक निशाने के लिये छोड़ कर वापस लैंड करके मात्र ४ मिनट में फिर अगली ब्रह्मोस को लेकर दूसरे ब्लास्ट को तैयार हो जाये !*

*मोदी ने फ्रांस से डील करके, राफेल को भारतीय सेना तक पहुँचाने का काम कर दिया, और यहीं से असली मरोड़ चीन और उसके पिट्ठू वामपंथियों को हुई।*

*इसमें देशद्रोही पीछे कैसे रहते! जो विदेशी टुकड़ों पर पलने वाले गद्दार अपने आका चीन के नमक का हक अदा करने मैदान में उतर आये !*

*खैर .. शायद भारतीय सेना और मोदी दोनों इस तरह की आशंका को भाँप गये ! तो राफेल के भारत पहुँचते ही उसका ब्लैक बॉक्स सहित पूरा सिस्टम निकाला गया।*

*राफेल के कोड चेंज कर के उस में भारतीय कम्प्यूटर सिस्टम डाला गया जो राफेल को पूरी तरह बदलने के साथ उसकी गोपनीयता बनाये रखने में सक्षम था।*

*लेकिन बात यहीं नहीं रुकी ! राफेल को सेना को सुपुर्द करने के बाद सरकार ने सेना को उसे अपने हिसाब से कम्प्यूटर ब्लैक बॉक्स और जो तकनीक सेना की है, उसे अपने हिसाब से चेंज करने की छूट दे दी।*

*जिससे सेना ने छूट मिलते ही मात्र ४८ घण्टों में राफेल को बदलकर रख दिया ! जिससे चीन, जो राफेल के कोड और सिस्टम को हैक करने की फिराक में था, वह हाथ मलते रह गया !*

*फिर चीन द्वारा अपने पाले वामपंथी कुत्तों को राफेल की जानकारी लीक करके उस तक पहुँचाने काम सौंपा गया।*

*भारत भर की मीडिया में भरे वामपंथी दलालों ने राफेल सौदे को घोटाले की शक्ल देने की नाकाम कोशिश की, ताकि सरकार या सेना, विवश होकर, सफाई देने के चक्कर मे इस डील को सार्वजनिक करे।*

*जिससे चीन अपने मतलब की जानकारी जुटा सके पर सरकार और सेना की सजगता के चलते दलाल मीडिया का मुँह काला होकर रह गया !*

*तब फिर अपने राहुल गांधी मैदान में उतरे ! चीनी दूतावास में गुपचूप राहुल गांधी ने मीटिंग की ! उसके बाद राहुल गांधी ने चीन की यात्रा की और आते ही राफेल ✈️ सौदे पर सवाल उठाकर राफेल ✈️ की जानकारी सार्वजनिक करने की माँग जोरशोर से उठने लगी।*

*पूरी मीडिया, सारी कोंग्रेस की दिलचस्पी सिर्फ, और सिर्फ, राफेल की जानकारी सार्वजनिक कराने में है, ताकि चीन ब्रम्होस का तोड़ बना सके ! पर ये अबतक सम्भव नहीं हो पाया, जिसका श्रेय सिर्फ कर्तव्यनिष्ठ भारतीय सेना और मोदी जी को जाता है।*

*चीन ब्रम्होस की जानकारी जुटाने के चक्कर में, सीमा पर तनाव पैदा करके युद्ध के हालात बनाकर देख चुका है ! पर भारतीय सेना की चीन सीमा पर ब्रम्होस की तैनाती देखकर अपने पाँव वापस खींचने को मजबूर हुआ था !*

*डोकलाम विवाद चीन ने इसीलिये पैदा किया था कि वह ब्रम्होस 🚀 और राफेल✈️ की तैयारी देख सके ...।*

*इधर कुछ भटके हुए लोग राहुल गांधी को प्रधान मंत्री पद के योग्य समझ रहे हैं, जो खुद भारत की गोपनीयता और सुरक्षा को शत्रु देश के हाथों उचित कीमत पर बेचने को तैयार बैठा है !*

*नेहरू ने भी लाखों वर्ग किलोमीटर जमीन चीन को बेची थी! और जनता समझती है भारत युद्ध में हार गया !*

*आज ये राफेल ✈️ और ब्रम्होस 🚀 ही भारत के पास वो अस्त्र हैं जिसके आगे चीन बेबस है !*

*मेरा बस चले, तो मैं इस पोस्ट को ४० सेकंड में १०० लोगों तक पहुँचा दूँ...।*

*किंतु आप सभी शेयर करके, अन्य मित्रों तक पहुचायें।*

  *🙏🏻एक सच्चा राष्ट्रभक्त!🙏🏻*


*राफेल✈️ का मामला असली में है क्या ? लास्ट लाईन तक जरूर पढ़ें, तभी समझ में आ पायेगा ...!*

*बात शुरू होती है वाजपेयी जी की सरकार से ! तब अटल जी के विशेष अनुरोध पर, भारतीय वैज्ञानिकों ने ब्रम्होस 🚀मिसाइल तैयार की थी !*

*ब्रम्होस 🚀की काट आज तक दुनिया का कोई देश तैयार नहीं कर सका है !*

*विश्व के किसी देश के पास अब तक ऐसी कोई टेक्नोलॉजी विकसित नहीं हुई जो ब्रम्होस को अपने निशाने पर पहुँचने से पहले रडार पर ले सके !*

*अपने आप में अद्भुत क्षमताओं को लिये ब्रम्होस ऐसी परमाणु मिसाइल है जो ८,००० किलोमीटर के लक्ष्य को मात्र १४० सेकेंड में भेद सकती है।*

*और चीन के लिये ब्रम्होस की यह लक्ष्य भेदन क्षमता ही सिरदर्द बनी हुई है।*

*न चीन आज तक ब्रम्होस की काट बना सका है, न ऐसा रडार सिस्टम जो ब्रम्होस को पकड़ सके !*

*अटल जी की सरकार गिरने के बाद, सोनिया के कहने पर, कांग्रेस सरकार ने ब्रम्होस को तहखाने में रखवा कर आगे का प्रोजेक्ट बन्द करवा दिया !*

*जिसमें ब्रम्होस को लेकर उड़ने वाले फाइटर जेट विमान तैयार करने की योजना थी जो अधूरी रह गयी।*
*ब्रम्होस का विकास रोकने के लिए चीन ने ना जाने कितने करोड़ रुपये-पैसे सोनिया को दिए होंगे !*

*दस वर्षों बाद, जब मोदी सरकार आई, तब तहखाने में धूल-गर्द में पड़ी ब्रम्होस को सँभाला गया ! वह भी तब, जब मोदी खुद भारतीय सेना से सीधा मिले, तो सेना ने तब व्यथा बताई !*

*वर्तमान में ब्रम्होस को लेकर उड़ सके ऐसा सिर्फ एक ही विमान है और वह है राफेल !*

*जी हाँ दुनिया भर में सिर्फ राफेल ही वो खूबियाँ लिये हुए है, जो ब्रम्होस को सफलता पूर्वक निशाने के लिये छोड़ कर वापस लैंड करके मात्र ४ मिनट में फिर अगली ब्रह्मोस को लेकर दूसरे ब्लास्ट को तैयार हो जाये !*

*मोदी ने फ्रांस से डील करके, राफेल को भारतीय सेना तक पहुँचाने का काम कर दिया, और यहीं से असली मरोड़ चीन और उसके पिट्ठू वामपंथियों को हुई।*

*इसमें देशद्रोही पीछे कैसे रहते! जो विदेशी टुकड़ों पर पलने वाले गद्दार अपने आका चीन के नमक का हक अदा करने मैदान में उतर आये !*

*खैर .. शायद भारतीय सेना और मोदी दोनों इस तरह की आशंका को भाँप गये ! तो राफेल के भारत पहुँचते ही उसका ब्लैक बॉक्स सहित पूरा सिस्टम निकाला गया।*

*राफेल के कोड चेंज कर के उस में भारतीय कम्प्यूटर सिस्टम डाला गया जो राफेल को पूरी तरह बदलने के साथ उसकी गोपनीयता बनाये रखने में सक्षम था।*

*लेकिन बात यहीं नहीं रुकी ! राफेल को सेना को सुपुर्द करने के बाद सरकार ने सेना को उसे अपने हिसाब से कम्प्यूटर ब्लैक बॉक्स और जो तकनीक सेना की है, उसे अपने हिसाब से चेंज करने की छूट दे दी।*

*जिससे सेना ने छूट मिलते ही मात्र ४८ घण्टों में राफेल को बदलकर रख दिया ! जिससे चीन, जो राफेल के कोड और सिस्टम को हैक करने की फिराक में था, वह हाथ मलते रह गया !*

*फिर चीन द्वारा अपने पाले वामपंथी कुत्तों को राफेल की जानकारी लीक करके उस तक पहुँचाने काम सौंपा गया।*

*भारत भर की मीडिया में भरे वामपंथी दलालों ने राफेल सौदे को घोटाले की शक्ल देने की नाकाम कोशिश की, ताकि सरकार या सेना, विवश होकर, सफाई देने के चक्कर मे इस डील को सार्वजनिक करे।*

*जिससे चीन अपने मतलब की जानकारी जुटा सके पर सरकार और सेना की सजगता के चलते दलाल मीडिया का मुँह काला होकर रह गया !*

*तब फिर अपने राहुल गांधी मैदान में उतरे ! चीनी दूतावास में गुपचूप राहुल गांधी ने मीटिंग की ! उसके बाद राहुल गांधी ने चीन की यात्रा की और आते ही राफेल ✈️ सौदे पर सवाल उठाकर राफेल ✈️ की जानकारी सार्वजनिक करने की माँग जोरशोर से उठने लगी।*

*पूरी मीडिया, सारी कोंग्रेस की दिलचस्पी सिर्फ, और सिर्फ, राफेल की जानकारी सार्वजनिक कराने में है, ताकि चीन ब्रम्होस का तोड़ बना सके ! पर ये अबतक सम्भव नहीं हो पाया, जिसका श्रेय सिर्फ कर्तव्यनिष्ठ भारतीय सेना और मोदी जी को जाता है।*

*चीन ब्रम्होस की जानकारी जुटाने के चक्कर में, सीमा पर तनाव पैदा करके युद्ध के हालात बनाकर देख चुका है ! पर भारतीय सेना की चीन सीमा पर ब्रम्होस की तैनाती देखकर अपने पाँव वापस खींचने को मजबूर हुआ था !*

*डोकलाम विवाद चीन ने इसीलिये पैदा किया था कि वह ब्रम्होस 🚀 और राफेल✈️ की तैयारी देख सके ...।*

*इधर कुछ भटके हुए लोग राहुल गांधी को प्रधान मंत्री पद के योग्य समझ रहे हैं, जो खुद भारत की गोपनीयता और सुरक्षा को शत्रु देश के हाथों उचित कीमत पर बेचने को तैयार बैठा है !*

*नेहरू ने भी लाखों वर्ग किलोमीटर जमीन चीन को बेची थी! और जनता समझती है भारत युद्ध में हार गया !*

*आज ये राफेल ✈️ और ब्रम्होस 🚀 ही भारत के पास वो अस्त्र हैं जिसके आगे चीन बेबस है !*

*मेरा बस चले, तो मैं इस पोस्ट को ४० सेकंड में १०० लोगों तक पहुँचा दूँ...।*

*किंतु आप सभी शेयर करके, अन्य मित्रों तक पहुचायें।*

  *🙏🏻एक सच्चा राष्ट्रभक्त!🙏🏻** Is Rafael's case in real?  Must read till the last line, then you will understand ...! *

 * Talk begins with Vajpayee ji's government!  Then at the special request of Atal ji, Indian scientists had prepared Bramhose amicile! *

 * No one in the world has prepared a cut of Bromhose! *

 * No country in the world has yet developed any technology that can take Bramhos on radar before reaching its target! *

 * Bramhose is a nuclear missile with amazing capabilities in itself, which can hit the target of 8000 km in just 180 seconds. *

 * And this goal of Brahmos for China remains a headache only.

 * Neither China has been able to make a bite of the Brahmos till date, nor a radar system that can catch the Brahmos! *

 * After Atalji's government fell, at the behest of Sonia, the Congress government put the Brahmos in the basement and closed the project! *

 * In which there was a plan to prepare fighter jet aircraft flying to Brahmos which remained incomplete. *
 * How many crores of rupees-money China would have given to Sonia to stop the development of Brahmos! *

 * Ten years later, when the Modi government came, the basement of the Bramhos lying in the dust!  That too when Modi himself met the Indian Army directly, then the army told the agony! *

 * Currently there is only one aircraft that can fly with Brahmos and that is Rafael! *

 * Yes, only Rafael around the world has been carrying the same qualities, leaving the Brahmos successfully and landing the land and readying the next blast with the next BrahMos in just 7 minutes! *

 * Modi made a deal with France, taking Rafael to the Indian Army, and it was from here that the real twist occurred to China and its puppet leftists. *

 * How did traitors stay behind in this!  The traitors who made foreign pieces came to the ground to pay their right to the salt of China! *

 * Well .. Perhaps both the Indian Army and Modi are aware of such apprehension!  So as soon as Rafale reached India, the entire system including his black box was removed. *

 * Changed the code of Rafael and put Indian Computer System in it which was able to completely change Rafale and maintain his privacy. *

 * But the matter did not stop here!  After surrendering the army to Rafael, the government allowed the army to change it according to their own computer black box and the technology that the army has. *

 * Due to which the army changed Rafael in just 4 hours as soon as he got exemption!  Due to which China, who was trying to hack Rafael's code and system, was left to shake hands! *

 * Then China was tasked with leaking information of Rafael to its nursed dogs.

 * Left-touted brokers in media across India tried unsuccessfully to make the Rafale deal a scam, so that the government or the military, forced, would make the deal public in the context of cleaning up.

 * So that China can gather information about its meaning, but due to the alertness of the government and the army, the broker media's face became black! *

 * Then Rahul Gandhi landed in the ground again!  Secret meeting Rahul Gandhi at Chinese Embassy!  After that Rahul Gandhi traveled to China and soon after the questioning of the Rafale deal, the demand to make the information of Rafael public was arising loudly. *

 * The entire media, all the Congress are only interested, and only, to make Rafael's information public so that China can break the Brahmos!  But this has not been possible till now, whose credit only goes to the dutiful Indian Army and Modi ji. *

 * China has seen the situation of war by creating tension on the border, in the process of gathering information about the Brahmos!  But the Indian Army was forced to drag its feet back after seeing the deployment of Bramhos on the China border! *

 * China created Doklam controversy because it could see the preparations for Bramhos and Rafael…. *

 * Some wandering people here are considering Rahul Gandhi as the Prime Minister, who himself is ready to sell India's privacy and security to the enemy country at a reasonable price! *

 * Nehru also sold millions of square kilometers of land to China!  And the public understands that India lost in the war! *

 * Today, only Rafale 4 and Bramhos India have the weapons beyond which China is helpless! *

 * If I just go, then I should reach this post in 100 seconds to 100 people…. *

 * But by sharing all of you, reach out to other friends. *

   * 🙏🏻A true patriot! 🙏🏻 *

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