*⛅दिनांक - 02 अगस्त 2022*
*⛅दिन - मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् - 17- श्रावण 2079*
*⛅शक संवत् - 1944*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - वर्षा*
*⛅मास - श्रावण*
17 प्रविष्टे
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - पंचमी 02 अगस्त प्रातः 05:14 से 03 अगस्त प्रातः 05:41 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*⛅नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी शाम 05:29 तक तत्पश्चात हस्त*
*⛅योग - शिव शाम 06:38 तक तत्पश्चात सिद्ध*
*⛅राहु काल - शाम 04:03 से 05:42 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:11*
*⛅सूर्यास्त - 07:21*
*⛅दिशा शूल - उत्तर दिशा में*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:44 से 05:27 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:24 से 01:08 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - नाग पंचमी*
*⛅ विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹 नाग पंचमी -02 अगस्त 2022 🌹*
*🌹कैसे मनाते हैं नागपंचमी ?🌹*
*🌹 इस दिन कुछ लोग उपवास करते हैं । नागपूजन के लिए दरवाजे के दोनों ओर गोबर या गेरुआ या लेपन (पिसे हुए चावल व हल्दी का गीला लेप) से नाग बनाया जाता है । कहीं-कहीं मूँज की रस्सी में 7 गाँठें लगाकर उसे साँप का आकार देते हैं । पटरे या जमीन को गोबर से लीपकर, उस पर साँप का चित्र बना के पूजा की जाती है । गंध, पुष्प, कच्चा दूध, खीर, भीगे चने, लावा आदि से नागपूजा होती है । जहाँ साँप की बाँबी दिखे, वहाँ कच्चा दूध और लावा चढ़ाया जाता है । इस दिन सर्पदर्शन बहुत शुभ माना जाता है ।*
*🌹 नागपूजन करते समय इन 12 प्रसिद्ध नागों के नाम लिये जाते हैं – धृतराष्ट्र, कर्कोटक, अश्वतर, शंखपाल, पद्म, कम्बल, अनंत, शेष, वासुकि, पिंगल, तक्षक, कालिय और इनसे अपने परिवार की रक्षा हेतु प्रार्थना की जाती है । इस दिन सूर्यास्त के बाद जमीन खोदना निषिद्ध है ।*
*🌹 काल सर्प योग विशेष 🌹*
*🌹 नाग पंचमी के दिन, जिन को काल सर्प योग है, वे शांति के लिए ये उपाय करें । पंचमी के दिन पीपल के नीचे, एक कटोरी में कच्चा दूध रख दीजिये, घी का दीप जलाएं, कच्चा आटा, घी और गुड़ मिला कर एक छोटा लड्डू बना के रख दें और ये मंत्र बोल कर प्रार्थना करें :-*
*🌹 ॐ अनंताय नमः*
*🌹 ॐ वासुकाय नमः*
*🌹 ॐ शंख पालाय नमः*
*🌹 ॐ तक्षकाय नमः*
*🌹 ॐ कर्कोटकाय नमः*
*🌹 ॐ धनंजयाय नमः*
*🌹 ॐ ऐरावताय नमः*
*🌹 ॐ मणि भद्राय नमः*
*🌹 ॐ धृतराष्ट्राय नमः*
*🌹 ॐ कालियाये नमः*
*🌹 काल सर्प योग है तो उस का प्रभाव निकल जाएगा... तकलीफ दूर होगी... काल सर्प योग की शांति होगी ।*
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