Wednesday, May 18, 2022

health is wealth

चरक संहिता में मानव शरीर के उचित स्वाथ्य के लिए तीन उपस्तंभों का उल्लेख किया है।

“अथ खलु: त्रय उपस्तंभा: आहार: स्वप्नो ब्रह्मचर्यमिति। एभि: त्रिभि: युक्तियुक्तै: इहैवोपदेक्ष्यते।।

– चरक सूत्र अ० १२/३५

अर्थात् आरोग्य के तीन उपस्तम्भ हैं – आहार, निद्रा और ब्रह्मचर्य। इन तीनों का ऋतु अनुसार शास्त्रोक्त विधि से पालन करता हुआ व्यक्ति ही देह को बल, वर्ण, और आरोग्य से युक्त कर सुखपूर्वक दीर्घायु भोगता है।

No comments:

Post a Comment