Saturday, May 7, 2022

8/5/2022 panchang

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞*
*⛅दिनांक 08 मई 2022*
*⛅दिन - रविवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - उत्तरायण*
*⛅ऋतु - ग्रीष्म*
*⛅मास - वैशाख*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - सप्तमी शाम 05:01 बजे तक तत्पश्चात अष्टमी*
*⛅नक्षत्र - पुष्य दोपहर 02:58 तक तत्पश्चात अश्लेषा*
*⛅योग - गण्ड रात्रि 08:34 तक तत्पश्चात वृद्धि*
*⛅राहुकाल - शाम 05:32 से 07:10 तक*
*⛅सूर्योदय - 06:02*
*⛅सूर्यास्त - 07:10*
*⛅दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:35 से 05:19 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12.14 से 12:58 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - रविवारी सप्तमी, रविपुष्यामृत योग, निम्ब सप्तमी, माँ गंगा जयंती*
*⛅ विशेष- सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* 
*🌹रविवारी सप्तमी : 8 मई 2022 (सूर्योदय से शाम 5:01 तक)*
*🌹सारे काम छोड़कर जप, ध्यान, मौन रखना चाहिए |सूर्य ग्रहण के समान इसका(रविवारी सप्तमी का) स्नान, दान, पुन्य अक्षय होता है | इसदिन लाख गुना फल होता है मौन और जप का |*
*🌹जो आरोग्य चाहते वो आरोग्य वर्धक मन्त्र का जप करे, मन्त्र सिद्धि होगी | - *श्ररविपुष्यामृत योग : 8 मई (सूर्योदय से दोपहर 2:58 तक)*
*🌹पुष्टिप्रदायक पुष्य नक्षत्र का रविवार के साथ का संयोग " रविपुष्यामृत योग " कहलाता है । ' सर्वसिद्धिकरः पुष्यः । ' इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है । यह योग मंत्रसिद्धि और औषधि - प्रयोग के लिए विशेष फलदायी है ।। इस योग में किया गया जप-ध्यान, दान-पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबंधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं। (शिव पुराण)*
*🌹08 मई 2022 माँ गंगा जयंती*
*🌹जिस दिन गंगाजी की उत्पत्ति हुई वह दिन ‘गंगा जयंती’ (वैशाख शुक्ल सप्तमी ) नाम से जाना जाता है । इन दिनों में गंगाजी में गोता मारने से विशेष सात्त्विकता, प्रसन्नता और पुण्यलाभ होता है ।*
*🌹वेद व्यासजी कहते थे कि गंगाजी का एक गोपनीय मंत्र है । और वो गंगाजी का मूल मंत्र एक बार भी जप करो तो तुम निष्पाप होने लगोगे ।*
*गंगाजी का मंत्र*
*ॐ नमो गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नमः॥*
🌹 *सर्वरोगहारी निम्ब (नीम) सप्तमी...*
*(निम्ब सप्तमी : 08 मई 2022)*
🌹 *भविष्य पुराण के ब्राह्म पर्व में मुनि सुमंतुजी राजा शतानीक को निम्ब सप्तमी (वैशाख शुक्ल सप्तमी) की महिमा बताते हुए कहते हैं : ‘‘इस दिन निम्ब-पत्र का सेवन किया जाता है । यह सप्तमी सभी तरह से व्याधियों को हरनेवाली है । इस दिन भगवान सूर्य का ध्यान कर उनकी पूजा करनी चाहिए । सूर्यदेव की प्रसन्नता के लिए नैवेद्य के रूप में गुड़ोदक (गुड़-मिश्रित जल) समर्पित करे फिर निम्न मंत्र द्वारा निम्ब की प्रार्थना करे व भगवान सूर्य को निवेदित करके 10-15 कोमल पत्ते प्राशन (ग्रहण) करे :*
*त्वं निम्ब कटुकात्मासि आदित्यनिलयस्तथा ।*
*सर्वरोगहरः शान्तो भव मे प्राशनं सदा ।।*
*🌹‘हे निम्ब ! तुम भगवान सूर्य के आश्रय स्थान हो । तुम कटु स्वभाववाले हो । तुम्हारे भक्षण करने से मेरे सभी रोग सदा के लिए नष्ट हो जायें और तुम मेरे लिए शांतस्वरूप हो जाओ ।’इस मंत्र से निम्ब का प्राशन करके भगवान सूर्य के समक्ष पृथ्वी पर आसन बिछाकर बैठ के सूर्यमंत्र का जप करे ।*
*भगवान सूर्य का मूल मंत्र है :*
*‘ॐ खखोल्काय नमः ।’ सूर्य का गायत्री मंत्र है : ‘ॐ आदित्याय विद्महे विश्वभागाय धीमहि । तन्नः सूर्यः प्रचोदयात् ।’*
🌹 *इसके बाद मौन रहकर बिना नमक का मधुर भोजन करे ।’’*
*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~ *
 *⛅Dated 08 May 2022*
 *⛅DAY - SUNDAY*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅ Ayan - Uttarayan*
 *⛅season - summer*
 * month - Vaishakh *
 *⛅ Paksha - Shukla*
 *⛅Tithi - Saptami till 05:01 pm, then Ashtami*
 * Nakshatra - Pushya till 02:58 in the afternoon, then Ashlesha*
 *⛅Yoga-Gand night increase till 08:34 after that*
 *⛅ Rahukal - from 05:32 to 07:10 in the evening*
 *⛅Sunrise - 06:02*
 *⛅Sunset - 07:10*
 *⛅Dishashul - in the west direction*
 * Brahma Muhurta - from 04:35 to 05:19 in the morning *
 *Nishita Muhurta - night from 12.14 to 12:58*
 *⛅Vrat festival details - Sunday Saptami, Ravipushyamrit Yoga, Nimba Saptami, Mother Ganga Jayanti*
 * * Special- Eating palm fruit on Saptami increases the disease and destroys the body.  (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
 *🌹Sunday Saptami: 8 May 2022 (from sunrise to 5:01 pm)*
 Leaving all work, chanting, meditation, silence should be kept. Like a solar eclipse, its (Sunday Saptami) bath, charity, charity is renewable.  On this day there is a million times the fruit of silence and chanting.
 * Those who want health should chant the health-enhancing mantra, the mantra will be accomplished.  - *Shraavipushyamrit Yoga: May 8 (from sunrise to 2:58 pm)*
 The conjunction of the confirmed Pushya Nakshatra with Sunday is called "Ravipushyamrit Yoga".  Sarvasiddhikar: Pushya.  According to this scripture, Pushya Nakshatra is the most powerful.  This yoga is especially fruitful for mantra siddhi and medicine.  Chanting, meditation, charity and charity done in this yoga is very fruitful, but marriage and all auspicious work related to it are prohibited in Pushya.  (Shiva Purana)*
 * 08 May 2022 Mother Ganga Jayanti *
 The day Gangaji was born is known as 'Ganga Jayanti' (Vaishakh Shukla Saptami).  Diving in Gangaji during these days brings special sattvikta, happiness and virtuous benefits.
 *Ved Vyasji used to say that Gangaji has a secret mantra.  And chant the original mantra of Gangaji even once, then you will start becoming sinless.
 *Mantra of Gangaji*
 *ॐ Namo Gangai Vishwaroopini Narayani Namo Namah॥*
 * Omnipotent Nimb (Neem) Saptami...*
 *(Nimba Saptami: 08 May 2022)*
 * In the Brahma Parva of Bhavishya Purana, Muni Sumantuji while describing the glory of Nimba Saptami (Vaishakh Shukla Saptami) to King Shatnik says: "Nimba-Patra is consumed on this day.  This Saptami is going to defeat all kinds of diseases.  On this day Lord Surya should be meditated and worshiped.  For the happiness of Sun God, dedicate Gudodak (Jaggery-mixed water) in the form of Naivedya, then pray to Nimba with the following mantra and offer Prashan (eclipse) 10-15 soft leaves to Lord Surya:*
 *Twam nimb katukatmasi adityanilayastha.*
 * Sarvaroghar: Prashanam always in peace.*
 * 'O Nimba!  You are the shelter of Lord Surya.  You are bitter.  By eating you, all my diseases are destroyed forever and you become peaceful for me. After doing prashan of Nimb with this mantra, Lord should sit on the earth in front of the Sun and chant the Surya Mantra.*
 The original mantra of Lord Surya is:*
 * 'Om Khakholkay Namah.' Gayatri Mantra of the Sun is: 'Om Adityaya Vidmahhe Vishwabhagay Dheemah.  Tannah Surya: Prachodayat.
 * after this, stay silent and eat sweet food without salt.

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