Tuesday, May 10, 2022

11/5/2022 Panchang

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक - 11 मई 2022*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2079 (गुजरात-2078)*
⛅ *शक संवत -1944*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म ऋतु* 
⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल* 
⛅ *तिथि - दशमी शाम 07:31 तक तत्पश्चात एकादशी*
⛅ *नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी शाम 07:28 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*
⛅ *योग - व्याघात रात्रि 07:25 तक तत्पश्चात हर्षण*
⛅  *राहुकाल - दोपहर 12:35 से दोपहर 03:13 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:03*
⛅ *सूर्यास्त - 19:06*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - 
💥 *विशेष -        
🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
➡️ *11 मई 2022 बुधवार को शाम 07:32 से 12 मई, गुरुवार को शाम 06:51 तक एकादशी है ।*
💥 *विशेष - 12 मई, गुरुवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें।*

🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी  ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*         
🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें    .......विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*        
🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में  एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो  चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏


~ * Today's Hindu Panchang * ~
 *Date - 11 May 2022*
 *Day - Wednesday*
 *Vikram Samvat - 2079 (Gujarat-2078)*
 *Shaka Samvat-1944*
 *Ayan - Uttarayan*
 *season - summer season*
 * month - Vaishakh *
 *Paksha - Shukla*
 * date - tenth evening till 07:31, after that Ekadashi *
 * Nakshatra - Poorva Phalguni till 07:28 in the evening, then Uttara Phalguni *
 *Yoga-viyat till 07:25 after that Harshan*
 *Rahukaal - 12:35 pm to 03:13 pm*
 *sunrise - 06:03*
 *sunset - 19:06*
 *Dishashul - in the north direction*
 * Vrat festival details -
 *Special -
 *Benefits of Ekadashi fasting*
 ️ *11 May 2022 is Ekadashi on Wednesday from 07:32 in the evening to 12 May, Thursday from 06:51 in the evening.*
 *Special - On Thursday, May 12, keep the fast (fasting) of Ekadashi.*
 There is no other virtue like the virtue of fasting on Ekadashi.
 🙏🏻 * the virtue which is done by donation in solar eclipse, many times more virtue is done by fasting on Ekadashi.
 🙏🏻 * the virtue that is done by donating cow-donation, gold-donation, Ashwamedha Yagya, more virtue is done by fasting on Ekadashi.*
 🙏🏻 * the ancestors of those who observe Ekadashi are freed from the lowly vagina and shower happiness on their family members. Therefore, there is happiness and peace in the house of those who observe this fast.*
 🙏🏻 * there is an increase in wealth and food, daughters etc.*
 🙏🏻 * fame increases, faith-devotion increases, due to which life becomes happy.*
 🙏🏻 * God's happiness is attained. The sins of seven births are destroyed, there is no doubt about that. Fasting on Ekadashi day, donating cows etc. has infinite folds of merit.
 *doable on Ekadashi day*
 🙏🏻 * read Vishnu Sahastra Naam by lighting a lamp on Ekadashi.......If there is no Vishnu Sahastra name, then chant 10 rounds of Gurumantra. If you read then the quarrels in the house will also be calm.
 * be careful on the day of Ekadashi *
 🙏🏻 * Ekadashi comes in 15-15 days in a month, Ekadashi fasting destroys sins and diseases, but old, child and sick person cannot keep Ekadashi, even then they should give up rice, those who eat rice on Ekadashi day. So... it is a sin to eat one worm every rice from the religious texts.
 

No comments:

Post a Comment