Monday, March 14, 2022

Today's Hindu Panchang * ~ *Dated 13 March 2022* *Day - Sunday* *Vikram Samvat 29 Falgun - 2078* *Shaka Samvat - 1943*

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 13 मार्च 2022*
⛅ *दिन - रविवार*
⛅ *विक्रम संवत 29 फाल्गुन - 2078*
⛅ *शक संवत - 1943*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - वसंत*
⛅ *मास - फाल्गुन*
⛅ *पक्ष - शुक्ल* 
⛅ *तिथि - दशमी सुबह 10:21 तक ततपश्चात एकादशी*
⛅ *नक्षत्र - पुर्नवसु रात 8:06  तक तपश्चात पुष्य*
⛅ *योग - शोभन 14 मार्च सुबह 4:18  तत्पश्चात अतिगण्ड*
 ⛅ *रविपुष्यामृतयोग 13 मार्च रात्रि 8:06  से 14 मार्च सूर्योदय 6:50 तक*
*⛅सर्वार्थसिद्धि योग - 13 मार्च रात्रि 8:06 से 14 मार्च सूर्योदय 6:50 तक*
 ⛅ *राहुकाल -9:51  से 11:20 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:51* 
⛅ *सूर्यास्त - 18:48* 
⛅ *चन्द्रोदय - 02:18 PM.*
⛅ *चन्द्रोस्त - 4:18 AM*
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम*
⛅ *विजय मुहूर्त - 2:49 PM से 3:37 PM*
⛅ *गोधूलि मुहूर्त - 6:36 PM से 7:00 PM*
⛅ *सायह्न सन्ध्या - 6:48  से 8:00 तक*
*🔹दिन के चौघड़िया🔹*
*6:51 से 8:20 उद्वेग-अशुभ*
*8:20 से 9:50   चर - सामान्य* 
*9:50 से 11:20  लाभ - उन्नति*
*11:20 से 12:49 अमृत- सर्वोत्तम*
*12:49 से 2:19   काल - हानि* 
*2:19 से 3:49   शुभ - उत्तम*
*3:49 से 5:18  रोग- अमंगल*
*5:18 से 6:48  उद्वेग-अशुभ*
*🔹रात के चौघड़िया🔹*
*6:48 से 8:18  शुभ - उत्तम*
*8:18 से 9:48  अमृत- सर्वोत्तम*
*9:48 से 11:19  चर - सामान्य*
*11:19 से 12:49  रोग- अमंगल*
*12:49 से 2:19 काल - हानि*
*2:18 से 3:49   लाभ - उन्नति*
*3:349 से 5:19  उद्वेग-अशुभ*
*5:19 से 6:50 शुभ - उत्तम*

⛅ *व्रत पर्व विवरण- रविपुष्यामृत योग*
*🌹रविपुष्यामृत योग : 13 मार्च रात्रि 8:06 से 14 मार्च सूर्योदय तक रविपुष्यमृत योग है ।*
*🌹रविवार के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग " रविपुष्यामृत योग " कहलाता है । यह योग मंत्रसिद्धि और औषधि - प्रयोग के लिए विशेष फलदायी है ।*
*🌹कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में* 🌹
*🌳 बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें |*
*🌷 रविपुष्यामृत योग 🌷*
*🙏🏻 ‘शिव पुराण’ में पुष्य नक्षत्र को भगवान शिव की विभूति बताया गया है | पुष्य नक्षत्र के प्रभाव से अनिष्ट-से-अनिष्टकर दोष भी समाप्त और निष्फल-से हो जाते हैं, वे हमारे लिए पुष्य नक्षत्र के पूरक बनकर अनुकूल फलदायी हो जाते हैं |* 
*‘सर्वसिद्धिकर: पुष्य: |’ इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है | पुष्य नक्षत्र में किये गए श्राद्ध से पितरों को अक्षय तृप्ति होती है तथा कर्ता को धन, पुत्रादि की प्राप्ति होती है |*
*🙏🏻 इस योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं | (शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)*
*🌞🌲🌹💐🕉️🕉️💐🌹🌲🌞*
~ * Today's Hindu Panchang * ~
 *Dated 13 March 2022*
 *Day - Sunday*
 *Vikram Samvat 29 Falgun - 2078*
 *Shaka Samvat - 1943*
 *Ayan - Uttarayan*
 *season - spring*
 *Maas - Falgun*
 *Paksha - Shukla*
 * Tithi - Dashami till 10:21 in the morning after that Ekadashi *
 * Constellation - Punarvasu till 8:06 after penance *
 *Yoga-Shobhan March 14 at 4:18 am after that Atigand*
  *RavipushyamritYoga on 13th March from 8:06 pm to 14th March Sunrise 6:50*
 *⛅Sarvarthasiddhi Yoga - March 13 from 8:06 till sunrise 6:50 on March 14*
  *Rahukaal -9:51 to 11:20*
 *sunrise - 06:51*
 *sunset - 18:48*
 *Moonrise - 02:18 PM.*
 *Chandrost - 4:18 AM*
 *Dishashul - West*
 *Vijay Muhurta - 2:49 PM to 3:37 PM*
 *Twilight Muhurta - 6:36 PM to 7:00 PM*
 *evening evening - from 6:48 to 8:00*
 *🔹 Choghadiya of the day*
 *6:51 to 8:20 excitement-inauspicious*
 *8:20 to 9:50 Variable - Normal*
 *9:50 to 11:20 profit - progress*
 *11:20 to 12:49 nectar - the best*
 *12:49 to 2:19 time-loss*
 *2:19 to 3:49 auspicious - perfect*
 *3:49 to 5:18 disease - inauspicious*
 *5:18 to 6:48 excitement-inauspicious*
 *🔹night's choghadiya*
 *6:48 to 8:18 auspicious - perfect*
 *8:18 to 9:48 nectar - the best*
 *9:48 to 11:19 Variable - Normal*
 * from 11:19 to 12:49 disease - inauspicious *
 *12:49 to 2:19 time-loss*
 *2:18 to 3:49 profit - progress*
 *3:349 to 5:19 excitement-inauspicious*
 *5:19 to 6:50 auspicious - perfect*
 *Vrata festival details- Ravipushyamrit 

yoga*
 * Ravipushyamrit Yoga: From 8:06 on 13th March till sunrise on 14th March there is Ravipushyamrit Yoga.*
 The conjunction of Pushya Nakshatra with Sunday is called "Ravipushyamrit Yoga". This yoga is especially fruitful for mantra accomplishment and medicine.
 * how to change misfortune into good luck *
 Make a swastika with turmeric in Gurupushya or Ravipushya yoga on a banyan leaf and keep it at home.
 *🌷 Ravipushyamrit Yoga*
 In the 'Shiv Purana', Pushya Nakshatra has been described as the glory of Lord Shiva. Due to the influence of Pushya Nakshatra, even the most harmful defects are eliminated and fruitless, they become favorable for us by becoming complementary to Pushya Nakshatra.
 * 'Sarvsiddhikar: Pushya: |' According to this scripture, Pushya Nakshatra is Sarvasiddhikar. By performing Shradh in Pushya Nakshatra, the ancestors get inexhaustible gratification and the doer gets wealth, daughter etc.
 * 🙏🏻 Chanting, meditation, charity, virtue done in this yoga is very fruitful, but marriage and all auspicious work related to it are prohibited in Pushya. (Shiva Purana, Vidyeshwara Samhita: Chapter 10)*
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