Friday, March 4, 2022

ये शहीदों की जय हिंद बोली

ये शहीदों की जय हिंद बोली
 

ये शहीदों की जय हिंद बोली

ऐसी वैसी ये बोली नहीं है

इनके माथे पे खून का है टीका

देखो देखो ये रोली नहीं है। ।२


 

 सर कटाऊं जवानो को लेकर चल पड़ें है हमीरा के आगे

हम है संतान राणा शिवा की , कायरों की ये टोली नहीं है।

 

चल दिया जब जवां हँसते हँसते , माँ की ममता तड़प करके बोली।


आओ सो जाओ लाल मेरी गौदी  में , अब तेरे पास गोली नहीं है।

 

अब विदा जाने वाले शहीदों , खून की सुर्ख पगड़ी पहनकर ,

खून की आज बौछार देखो , आज रंगो की होली नहीं है।

 

संघ पर आँख दिखलाने वाले , भस्म हो जाएंगे सारे दुश्मन ,

ये भला है कि अब तक हमने , तीसरी आँख नहीं खोले है।

 

ये शहीदों की जय हिंद बोली

ऐसी वैसी ये बोली नहीं है

इनके माथे पे खून का है टीका

देखो देखो ये रोली नहीं है। ।



Translation

This is the Jai Hind of the martyrs
 

 This is the Jai Hind of the martyrs

 this is not such a quote

 There is a vaccine of blood on their forehead

 Look, this is not Roli. .2


 

  Sir, let's go ahead of Humira with the soldiers.

 We are the children of Rana Shiva, this is not a group of cowards.

 

 When the young man laughed and laughed, the mother's love spoke in agony.


 Come sleep in my red my Gaudi, now you don't have a bullet.

 

 Now departing martyrs, wearing red turbans of blood,

 Look at the shower of blood today, today is not Holi of colours.

 

 Those who look at the Sangh, all the enemies will be consumed,

 It is good that till now we have not opened the third eye.

 

 This is the Jai Hind of the martyrs

 this is not such a quote

 There is a vaccine of blood on their forehead

 Look, this is not Roli. ,

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