Wednesday, June 10, 2020

10/6/2020 Student dharma

#नया_टीचर"*

क्लास में आते ही 
नये टीचर ने 

बच्चों को 
अपना लंबा चौड़ा परिचय दिया 

बातों ही बातों में 
उसने जान लिया की 
लड़कियों के इस क्लास में 
सबसे तेज और सबसे आगे 
कौन सी लड़की है ?

उसने खामोश सी बैठी 
उस लड़की से पूछा 

बेटा आपका नाम क्या है ?

लड़की खड़ी हुई और बोली 
जी सर , मेरा नाम है जूही !

टीचर ने फिर पूछा..

पूरा नाम बताओ बेटा ?

जैसे उस लड़की ने 
नाम मे कुछ छुपा रखा हो 

लड़की ने फिर कहा 

जी सर , मेरा पूरा नाम जूही ही है

टीचर ने सवाल बदल दिया

और पूछा कि अच्छा 
तुम्हारे पापा का नाम बताओ ?

लड़की ने जवाब दिया
जी सर , मेरे पापा का नाम है विनय !!

टीचर ने फिर पूछा 
अपने पापा का पूरा नाम बताओ 

लड़की ने जवाब दिया

मेरे पापा का पूरा नाम 
विनय ही है सर जी !

अब टीचर कुछ सोचकर बोला

अच्छा अपनी माँ का पूरा नाम बताओ

लड़की ने जवाब दिया 
सर जी , मेरी माँ का पूरा नाम है निशा 

टीचर के पसीने छूट चुके थे
क्योंकि अब तक 
वो उस लड़की की फैमिली के 
पूरे बायोडाटा में 
जो एक चीज 
ढूंढने की कोशिश कर रहा था 
वो उसे नही मिली थी !!

उसने आखिरी पैंतरा आजमाया

बोला -अच्छा तुम कितने भाई बहन हो ?

टीचर ने सोचा कि 
जो चीज वो ढूंढ रहा है
शायद इसके भाई बहनों के नाम मे वो क्लू मिल जाये ?

लड़की ने टीचर के 
इस सवाल का भी 

बड़ी मासूमियत से जवाब दिया

बोली -सर जी , मैं अकेली हूँ
मेरे कोई भाई बहन नही है !!

अब टीचर ने 
सीधा और निर्णायक सवाल पूछा 

बेटे तुम्हारा धर्म और जाति क्या है ?

लड़की ने 
इस सीधे से सवाल का भी 
सीधा सा जवाब दिया 

बोली -सर *मैं एक विद्यार्थी हूँ यही मेरी जाति है*
और *ज्ञान प्राप्त करना ही* 
मेरा धर्म है !

मुझे पता है की 
अब आप मेरे पेरेंट्स की जाति और धर्म पूछोगे !!

तो मैं आपको बता दूं कि 
*मेरे पापा का धर्म है मुझे पढ़ाना* 
*और मेरी मम्मी की जरूरतों को*
पूरा करना

और *मेरी मम्मी का धर्म है मेरी देखभाल*
*और मेरे पापा की जरूरतों को* 
पूरा करना 

लड़की का जवाब सुनकर
टीचर के होश उड़ गये 

उसने टेबल पर रखे 
पानी के गिलास की ओर देखा
लेकिन उसे उठाकर पीना भूल गया !

तभी लड़की की आवाज 
एक बार फिर उसके कानों में 
किसी धमाके की तरह गुंजी ....

सर, *मैं विज्ञान की छात्रा हूँ*
और *एक साइंटिस्ट बनना चाहती हूँ !*

*जब अपनी पढ़ाई पूरी कर लुंगी* 
*और अपने माँ बाप के*
*सपनों को पूरा कर लुंगी* 

*तब कभी फुरसत में*
*सभी धर्मों के अध्ययन में जुटूंगी* 

और जो भी धर्म 
*विज्ञान की कसौटी* पर 
खरा उतरेगा 
*उसे अपना लुंगी*

लेकिन अगर 
*धर्मग्रंथों के उन पन्नों में*
*एक भी बात विज्ञान के विरुद्ध हुई* 
*तो मैं उस पूरी पवित्र किताब को* 
*अपवित्र समझूँगी* 

और उसे *कूड़े के ढेर में*
फेंक दूंगी !

क्योंकि *साइंस कहता है*
*एक गिलास दूध में* 
अगर एक बूंद भी
*केरोसिन* मिली हो तो 

*पूरा का पूरा दूध ही बेकार हो* जाता है !

लड़की की बात खत्म होते ही 
पूरी क्लास 
साथी लड़कियों की 
*तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज* उठी !!

टीचर के पसीने छूट चुके थे !!

*तालियों की गूंज* उसके कानों में
गोलियों की गड़गड़ाहट की तरह 
सुनाई दे रहे थे !

उसने आँंखों पर लगे 
*धर्म और जाति के मोटे चश्मे* को उतार कर 
कुछ देर के लिए टेबल पर रख दिया

और पानी का गिलास उठाकर
एक ही सांस में गटक लिया 

थोड़ी हिम्मत जुटा कर 
लड़की से बिना नजर मिलाये ही बोला !!

बेटा.....

*I Proud of you....*

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# New_Teacher "
* When the new teacher came in class, the new teacher introduced their long way in the things that he knew that girls have the fastest and the first girl in this class? He asked a silent son, son, what is your name? The girl also responded with a great innocence of the teacher's question - Mr. Ji, I am alone, I am not a siblings !! Now the teacher asked a direct and conclusive question, what is your religion and caste? The girl also responded directly to this question - Mercury is a student. This is my race * and * to get knowledge * is my religion! I know that now you will ask the caste and religion of my parents !! So let me tell you that my father is the religion of my father. Once the girl's voice is once again in her ears like a blast ... Sir, * I am a science student * and * want to be a scientist! * * When completing your studies * * and completed your mother's father * * Because * Science says * * If a drop in a glass of milk * gets * kerosene * then the whole milk of the whole is useless! As soon as the girl ends, the entire class partner girls * echoed with the thunder of applause !! The teacher had missed the sweat !! * The echo of applause * was heard like thunder of bullets in his ears! He put on the brains * Take off the thick glasses of religion and caste on the table for a while and raised the glass of water and taken the guts in the same breath and raised a little bit of money. Son ..... * i proud of you .... *

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