Sunday, September 17, 2023

भारत bharat कविता

इण्डिया v/s भारत

भारत में गाँव है,गली है,चौबारा है ।
इण्डिया में सिटी है,मॉल है,पंचतारा है ।।

भारत में घर है,चबूतरा है,दालान है ।
इण्डिया में फ्लेट है, मकान है ।।

भारत में काका है,बाबा है,दादा है,दादी है ।
इण्डिया में अंकल-आंटी की आबादी है ।।

भारत में खजूर है,जामुन है,आम है ।
इण्डिया में मेगी है, पिज्जा है, छलकते जाम है।।

भारत में मटके है, दोने है,पत्तल है।
इण्डिया में पोलिथीन,प्लास्टिक, बाटल है।।

भारत में गाय है, घी है, मक्खन है, कंडे है।
इण्डिया में चिकन है बिरयानी है अंडे है।।

भारत में दूध है,दहीं है,लस्सी है ।
इण्डिया में विस्की,कोक,पेप्सी है ।।

भारत में रसोई है,आँगन है,तुलसी है ।
इण्डिया में रूम है, कमोड की कुर्सी है ।।

भारत में कथड़ी है,खटिया है,खर्राटे है ।
इण्डिया में बेड है, डनलप है,करवटें है ।।

भारत में मंदिर है,मंडप है,पंडाल है ।
इण्डिया में पब है,डिस्को है,हाल है ।।

भारत में गीत है,संगीत है,रिदम है ।
इण्डिया में डांस है,पॉप है,आइटम है ।।

भारत में बुआ है,मोसी है,बहिन है ।
इण्डिया में सब के सब कजिन है ।।

भारत में पीपल है,बरगद है,नीम है ।
इण्डिया में वाल पर पूरे सीन है ।।

भारत में आदर है,प्रेम है,सत्कार है ।
इण्डिया में स्वार्थ है,नफरत है,दुत्कार है ।।

भारत में हजारों भाषा है,बोली है ।
इण्डिया में एक अंग्रेजी बड़बोली है ।।

भारत सीधा है,सहज है,सरल है ।
इण्डिया धूर्त है,चालाक है,कुटिल है ।।

भारत में संतोष है,सुख है,चैन है ।
इण्डिया बदहवास,दुखी,बेचैन है ।।

क्योंकि ....
भारत को देवों ने,संतों ने,वीरों रचाया है ।
इण्डिया को लालची,अंग्रेजों ने बसाया है ।।

मैं भारत हूँ , भारत में रहना  चाहता   हूँ ।

अपनी संतानों को भी, 
भारत ही देना चाहता  हूँ।।

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