Sunday, September 17, 2023

NORDIC ghumantu

उज्ज्वल परम्परा

 घुमन्तु जन-जातियों की समझें उज्ज्वल परम्परा कठिन परिश्रम, विधिध कला से, चमकाई थी दिव्य धरा ।

 देव, देश और धर्म भाव में सदा रही अविचल भक्ति हर संकट में निर्भय होकर, अर्पित की सारी भक्ति आज भी इनके रोम-रोम में फौलादी विश्वास भरा ।। 1 ।। 

अंग्रेजों की कठिल चाल ने, इन पर दुष्ट प्रहार किये अलग-अलग हो अपमानों के, कड़वे विष के घूँट पिये । तूफानों में अडिग रहे जो झेला है संघर्ष कड़ा... ।। 2 ।। 

वर्तमान की प्रबल चुनौती, इन विषयों पर देवें ध्यान सुखमय, शिक्षित, समरस-जीवन, हर व्यक्ति का हो सम्मान स्वर्णिम पथ पर आगे बढ़ना, जन-जन की सब हरें व्यथा ।। 3 ।।
bright tradition

 Understand the bright tradition of nomadic tribes, hard work, methodical art, the divine land was shined.

 There was always unshakable devotion in God, country and religion, being fearless in every crisis, all the devotion of Arpit still filled steely faith in his every pore. 1. 

 The harsh trick of the British, inflicted evil attacks on them, separated from the insults, drank sips of bitter poison. Remain firm in the storms who have faced the struggle. 2 .. 

 The prevailing challenge of the present, pay attention to these topics Happy, educated, harmonious life, every person should be respected, move forward on the golden path, all the sufferings of the people are gone. 3.

भारत bharat कविता

इण्डिया v/s भारत

भारत में गाँव है,गली है,चौबारा है ।
इण्डिया में सिटी है,मॉल है,पंचतारा है ।।

भारत में घर है,चबूतरा है,दालान है ।
इण्डिया में फ्लेट है, मकान है ।।

भारत में काका है,बाबा है,दादा है,दादी है ।
इण्डिया में अंकल-आंटी की आबादी है ।।

भारत में खजूर है,जामुन है,आम है ।
इण्डिया में मेगी है, पिज्जा है, छलकते जाम है।।

भारत में मटके है, दोने है,पत्तल है।
इण्डिया में पोलिथीन,प्लास्टिक, बाटल है।।

भारत में गाय है, घी है, मक्खन है, कंडे है।
इण्डिया में चिकन है बिरयानी है अंडे है।।

भारत में दूध है,दहीं है,लस्सी है ।
इण्डिया में विस्की,कोक,पेप्सी है ।।

भारत में रसोई है,आँगन है,तुलसी है ।
इण्डिया में रूम है, कमोड की कुर्सी है ।।

भारत में कथड़ी है,खटिया है,खर्राटे है ।
इण्डिया में बेड है, डनलप है,करवटें है ।।

भारत में मंदिर है,मंडप है,पंडाल है ।
इण्डिया में पब है,डिस्को है,हाल है ।।

भारत में गीत है,संगीत है,रिदम है ।
इण्डिया में डांस है,पॉप है,आइटम है ।।

भारत में बुआ है,मोसी है,बहिन है ।
इण्डिया में सब के सब कजिन है ।।

भारत में पीपल है,बरगद है,नीम है ।
इण्डिया में वाल पर पूरे सीन है ।।

भारत में आदर है,प्रेम है,सत्कार है ।
इण्डिया में स्वार्थ है,नफरत है,दुत्कार है ।।

भारत में हजारों भाषा है,बोली है ।
इण्डिया में एक अंग्रेजी बड़बोली है ।।

भारत सीधा है,सहज है,सरल है ।
इण्डिया धूर्त है,चालाक है,कुटिल है ।।

भारत में संतोष है,सुख है,चैन है ।
इण्डिया बदहवास,दुखी,बेचैन है ।।

क्योंकि ....
भारत को देवों ने,संतों ने,वीरों रचाया है ।
इण्डिया को लालची,अंग्रेजों ने बसाया है ।।

मैं भारत हूँ , भारत में रहना  चाहता   हूँ ।

अपनी संतानों को भी, 
भारत ही देना चाहता  हूँ।।

Friday, September 1, 2023

shakha is dharati de kan kan bichha

सितम्बर मास - डोगरी गीत
: सभी शाखाओं के लिए।

इस धरती दे कण कण विच्चा, आवै एह आवाज। 
उट्ठो मेरे देश दे वीरों, पूरे करने काज।। 

सच ते समरस दी शिक्षा गी, घर घर असां पजाना ए,
जो भुल्ली गे दे नै रस्ता, उन्ने गी रस्ते लाना ए, 
इस मिट्टी दा कर्ज चुकाना, रखनी इस दी लाज ।।1।। 
उट्ठो मेरे देश..........

देश दे कोलां प्यारा कोई नेई, एह सारैं दी जान होवै, 
इस गी मित्थचै परमेश्वर तै, इये इ भगवान होवै, 
देश प्रेम दे रंग रंगोई जा, सारा देश समाज ।।2।।
उट्ठो मेरे देश..........

जै जै कार होवै भारत दी, दुनिया दे सब देशैं च 
गर्व करन सब भारतवासी, देशैं तै परदेशैं च 
इसदे सिर गै रवै हमेशा, मानवता दा ताज ।।3।। 
उट्ठो मेरे देश..........