Wednesday, June 29, 2022

30/6/2022

*🌞 ~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक 30 जून 2022*
*⛅दिन - गुरुवार*
*⛅विक्रम संवत - 2079*
*⛅शक संवत - 1944*
*⛅अयन - दक्षिणायन*
*⛅ऋतु - वर्षा*
*⛅मास - आषाढ़*
*⛅पक्ष - शुक्ल*
*⛅तिथि - प्रतिपदा सुबह 10:49 तक तत्पश्चात द्वितीया*
*⛅नक्षत्र - पुनर्वसु रात्रि 01:07 तक तत्पश्चात पुष्य*
*⛅योग - ध्रुव सुबह 09:52 तक तत्पश्चात व्याघात*
*⛅राहु काल - अपरान्ह 02:25 से 04:06 तक*
*⛅सूर्योदय - 05:57*
*⛅सूर्यास्त - 07:29*
*⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*⛅ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04:34 से 05:15 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:23 से 01:04 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण - गुरुपुष्यामृत योग, आषाढ़ नवरात्रि प्रारम्भ*
*⛅ विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹30 जून 2022 : गुरुपुष्यामृत योग* 
*पुण्य काल - 30 जून रात्रि 01:07 से 01 जुलाई सूर्योदय तक*
*🌹गुरुपुष्यामृत योग सर्वसिद्धिकर है ।*
 *🌹पुष्टिप्रदायक पुष्य नक्षत्र का वारों में श्रेष्ठ बृहस्पतिवार (गुरुवार) से योग होने पर वह अति दुर्लभ ‘गुरुपुष्यामृत योग" कहलाता है ।*
*🌹गुरुपुष्यामृत योग व्यापारिक कार्यों के लिए तो विशेष लाभदायी माना गया है ।*
*🌹गुरुपुष्यामृत योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है ।* 
*🌹गुरुपुष्यामृत योग में विद्या एवं आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना शुभ होता है ।*
*🌹गुरुपुष्यामृत योग में कोई धार्मिक अनुष्ठान प्रारम्भ करना शुभ होता है।*
*🌹गुरुपुष्यामृत योग में विवाह व उससे संबंधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित है ।*
*🌹आषाढ़ नवरात्रि (गुप्त नवरात्रि) 🌹*
*30 जून से 8 जुलाई 2022 तक*
*🌹हिंदू धर्म के अनुसार, एक साल में चार नवरात्रि होती है, लेकिन आम लोग केवल दो नवरात्रि (चैत्र व शारदीय नवरात्रि) के बारे में ही जानते हैं । इनके अलावा आषाढ़ तथा माघ मास में भी नवरात्रि का पर्व आता है, जिसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं ।*
*🔹शत्रु को मित्र बनाने के लिए🔹* 
*🔹नवरात्रि में शुभ संकल्पों को पोषित करने, रक्षित करने, मनोवांछित सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए और शत्रुओं को मित्र बनाने वाले मंत्र की सिद्धि का योग होता है।*
*नवरात्रि में स्नानादि से निवृत हो तिलक लगाके एवं दीपक जलाकर 'अं रां अं' मंत्र की इक्कीस माला जप करें एवं 'श्री गुरुगीता' का पाठ करें तो शत्रु भी उसके मित्र बन जायेंगे ।*
*🔹माताओं बहनों के लिए विशेष कष्ट निवारण हेतु प्रयोग -१*
*🔹जिन माताओं बहनों को दुःख और कष्ट ज्यादा सताते हैं, वे नवरात्रि के प्रथम दिन (देवी-स्थापना के दिन) दिया जलायें और कुम-कुम से अशोक वृक्ष की पूजा करें, पूजा करते समय निम्न मंत्र बोलें :*
*“ अशोक शोक शमनो भव सर्वत्र नः कुले "*
*भविष्योत्तर पुराण के अनुसार नवरात्रि के प्रथम दिन इस तरह पूजा करने से माताओ बहनों के कष्टों का जल्दी निवारण होता है ।*
*🔹माताओं बहनों के लिए विशेष कष्ट निवारण हेतु प्रयोग - २*
*🔹शुक्ल पक्ष तृतीया (02 जुलाई, शनिवार) के दिन में सिर्फ बिना नमक मिर्च का भोजन करें । (जैसे दूध, रोटी या खीर खा सकते हैं, नमक मिर्च का भोजन अगले दिन ही करें ।)*
 *" ॐ ह्रीं गौरये नमः "*
*🔹मंत्र का जप करते हुए उत्तर दिशा की ओर मुख करके स्वयं को कुम-कुम का तिलक करें ।*
*🔹गाय को चन्दन का तिलक करके गुड़ और रोटी खिलाएं l*
*🔹श्रेष्ठ अर्थ (धन) की प्राप्ति हेतु🔹* 
*🔹प्रयोग : नवरात्रि में देवी के एक विशेष मंत्र का जप करने से श्रेष्ठ अर्थ कि प्राप्ति होती है । मंत्र ध्यान से पढ़ें :*
 *" ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्ये स्वाहा "*
*🔹विद्यार्थियों के लिए🔹* 
*🔹प्रथम नवरात्रि के दिन विद्यार्थी अपनी पुस्तकों को ईशान कोण में रख कर पूजन करें और नवरात्रि के तीसरे तीन ( 6 जुलाई से 8 जुलाई ) दिन विद्यार्थी सारस्वत्य मंत्र का जप करें ।*
*इससे उन्हें विद्या प्राप्ति में अपार सफलता मिलती है l*
*👉 बुद्धि व ज्ञान का विकास करना हो तो सूर्यदेवता का भ्रूमध्य में ध्यान करें ।*
*👉जिनको गुरुमंत्र मिला है वे गुरुमंत्र का, गुरुदेव का, सूर्यनारायण का ध्यान करें । अतः इस सरल मंत्र की एक-दो माला नवरात्रि में अवश्य करें और लाभ लें ।*
*–(वेद-व्यास जी , देवी भागवत)*
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*🌞 ~ Today's Hindu Panchang ~🌞*
 *⛅Dated 30 June 2022*
 *⛅Day - Thursday*
 *⛅Vikram Samvat - 2079*
 *Shak Samvat - 1944*
 *⛅Ayan - Dakshinayana*
 *⛅season - rain*
 * month - ashadh *
 * Paksha - Shukla *
 * Tithi - Pratipada till 10:49 in the morning after that Dwitiya *
 * Nakshatra - Punarvasu till 01:07 after that Pushya *
 *⛅Yoga-Dhruv till 09:52 in the morning after that the trauma*
 *⛅ Rahu Kaal - 02:25 pm to 04:06 pm*
 *⛅Sunrise - 05:57*
 *⛅Sunset - 07:29*
 *Disha shool - in the south direction*
 *⛅Brahma Muhurta - from 04:34 to 05:15 in the morning*
 *Nishita Muhurta - night from 12:23 to 01:04*
 *Vrat festival details - Gurupushyamrit Yoga, Ashadh Navratri begins*
 * * Special - Do not eat Kushmand (Kumhda, Petha) on Pratipada, because it is the destroyer of wealth. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
 *🌹30 June 2022: Gurupushyamrit Yoga*
 *Punya Kaal - 30th June from 01:07 till sunrise on 01st July*
 *🌹Gurupushyamrit yoga is all-encompassing.*
  * * When the Pushya Nakshatra is the best of the constellations, it is called the very rare 'Gurupushyamrit Yoga'.
 * Gurupushyamrit yoga is considered to be particularly beneficial for business activities.
 * Chanting, meditation, charity, virtue done in Gurupushyamrit Yoga is very fruitful.*
 It is auspicious to get knowledge and spiritual knowledge in Gurupushyamrit Yoga.
 It is auspicious to start any religious ritual in Gurupushyamrit Yoga.
 In Gurupushyamrit Yoga, marriage and all auspicious work related to it is prohibited.*
 *🌹Ashadh Navratri (Gupt Navratri)*
 *from 30 June to 8 July 2022*
 According to Hinduism, there are four Navratri in a year, but common people know only about two Navratri (Chaitra and Shardiya Navratri). Apart from these, the festival of Navratri also comes in the month of Ashadh and Magh, which is called Gupt Navratri.
 *🔹 to make an enemy friend*
 * In Navratri, there is a sum of fulfillment of the mantra to nurture, protect, achieve desired siddhis and make enemies friends.*
 * Retire from bathing during Navratri, after applying tilak and lighting a lamp, chant the mantra 'Am Raam An' twenty one rosary and recite 'Shri Guru Gita', then the enemy will also become his friend.*
 * प्रयोगExperiment-1 for special troubles for mothers and sisters*
 * * Mothers and sisters who are suffering more and more, they should light a lamp on the first day of Navratri (the day of Goddess-establishment) and worship the Ashok tree with Kum-Kum, while worshiping, chant the following mantra:*
 *" Ashok shok shamano bhava sarvatra nah kule"*
 *According to Bhavishyottara Purana, worshiping in this way on the first day of Navratri, the troubles of mothers and sisters are quickly resolved.
 *Use for special troubleshooting for mothers and sisters - 2*
 *On the day of Shukla Paksha Tritiya (July 02, Saturday), eat only without salt and chili. (Like you can eat milk, roti or kheer, eat salt and pepper the next day only.)*
  *" Om Hrim Gauraye Namah "*
 * While chanting the mantra, face the north direction and do the tilak of Kum-Kum to yourself.*
 * Feed the cow with jaggery and roti after applying sandalwood tilak.
 *🔹 to get the best meaning (wealth)*
 *Usage: Chanting a special mantra of Goddess in Navratri gives the best meaning. Read the mantra carefully:*
  *" Shrim Hrim Klein Aim Kamalvasinye Swaha"*
 *🔹For students*
 * On the first Navratri, students should worship by keeping their books in the north-east and on the third day (July 6 to July 8) of Navratri, the students should chant the Saraswatya Mantra.*
 * This gives them immense success in attaining education.
 * * If you want to develop intellect and knowledge, then meditate on the Sun God in the middle of the brow.*
 Those who have got Gurumantra, they should meditate on Gurumantra, Gurudev, Suryanarayan. Therefore, do one or two rosary of this simple mantra in Navratri and take benefit.
 *–(Ved-Vyas ji, Goddess Bhagwat)*
 

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