*मान लो आप धूप में कही जा रहे हो, पसीने से तर-बतर , बहुत प्यासे,पर कहीं भी पानी नहीं मिल रहा। ऐसे में आप एक वृक्ष की छाया में थकान मिटाने के लिए खड़े हो जाते हो,*
*तभी सामने की एक इमारत की पहली मंजिल की खिड़की खुलती है, और आपकी उस व्यक्ति से आँखे मिलती है। आपकी स्थिति देखकर, वह व्यक्ति हाथ के इशारे से आपको पानी के लिए पूछता है।*
*आपने तत्काल उस व्यक्ति पर एक राय बनाई।*
*कितना सहृदय व्यक्ति है, उस व्यक्ति के लिये यह आपकी पहली राय है।*
*आदमी नीचे आने का इशारा करता है और खिड़की बंद कर देता है।*
*आप पानी लेने तेज़ कदमों से उसके दरवाज़े पर पहुंचते है। लेकिन नीचे का दरवाजा 15 मिनट बाद भी नहीं खुलता।*
*अब उस व्यक्ति के बारे में आपकी क्या राय है?*
*आप उसे गालियां देते है। बेवकूफ,आलसी, कहीं का।*
*यह आपकी दूसरी राय है!*
*थोड़ी देर बाद दरवाजा खुलता है और आदमी कहता है,*
*'मुझे देरी के लिए खेद है, लेकिन आपकी हालत देखकर,मैंने आपको पानी के बजाय नींबू पानी देना सबसे अच्छा समझा,*
*इसलिए थोड़ा लंबा समय लगा।*
*सोचिये उस व्यक्ति के बारे में अब आपकी क्या राय है? कितना अच्छा आदमी है।*
*अब जैसे ही आप शर्बत को अपनी जीभ पर लगाते हैं, आपको पता चलता है कि इसमें चीनी नहीं है,*
*अब सोचिये उस व्यक्ति के बारे में क्या राय है, बेवकूफ, नालायक, कंजूस कही का ?*
*आपके चेहरे को खट्टेपन से भरा हुआ देखकर, व्यक्ति धीरे से चीनी का एक पाऊच निकालता है और कहता है, माफ कीजिये, मुझे पता नहीं था आप कितनी चीनी लेंगे,इसलिए अलग से चीनी ले आया। आप जितनी चाहें उतना डाल लें।*
*अब उसी व्यक्ति के बारे में आपकी क्या राय होगी?*
*अब आप मनन कीजिये*
*एक सामान्य सी स्थिति में भी, अगर हमारी राय इतनी खोखली है और लगातार बदलती जा रही है, तो क्या हम किसी भी बारे में राय देने के लायक है या नहीं!*
*इसलिए किसी के बारे में जल्दी राय ना बनाइए।*
*कौन किस परिस्थिति या स्थिति में क्या एक्शन कर रहा है, ये वो ही बेहतर जानता है, हो सकता है अपनी अपनी स्थिति से आप भी ठीक हो और दूसरा भी ठीक हो।।*
*वास्तव में, दुनिया में हम सभी को इतना समझ में आया है कि अगर कोई व्यक्ति हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप व्यवहार करता है तो वह अच्छा है अन्यथा वह बुरा है!*
🙏🏼 *दिलचस्प बिंदु है....स्वयं विचार करे* 🙏🏼
*How hollow is your opinion?*
Suppose you are going somewhere in the sun, sweaty, very thirsty, but there is no water to be found anywhere. In such a situation, you stand in the shade of a tree to relieve your tiredness,*
Then the window of the first floor of a building in front opens, and your eyes meet with that person. Seeing your condition, the person asks you for water with a hand gesture.*
*You immediately formed an opinion on that person.*
* How kind a person is, this is your first opinion for that person.
*The man gestures to come down and closes the window.*
* You reach at its door to take water with fast steps. But the door below does not open even after 15 minutes.*
*Now what is your opinion about that person?*
*You abuse him. Stupid, lazy, somewhere.*
*This is your second opinion!*
After a while the door opens and the man says,*
*'I'm sorry for the delay, but seeing your condition, I thought it best to give you lemonade instead of water,*
*So it took a while.*
* Think what is your opinion about that person now? What a nice man.*
*Now as soon as you put the sherbet on your tongue, you come to know that there is no sugar in it,*
* Now think what is the opinion about that person, who is stupid, worthless, miser?*
Seeing your face full of sourness, the person slowly takes out a sachet of sugar and says, sorry, I didn't know how much sugar you would take, so brought sugar separately. Add as much as you want.*
Now what will be your opinion about that person?*
*now you meditate*
*Even in a normal situation, if our opinion is so hollow and is constantly changing, then do we deserve to give opinion about anything or not!*
* So don't make quick opinion about anyone.*
*Who is doing what action in which situation or situation, he knows better, maybe you are fine with your own situation and others will also be fine.*
*In fact, all of us in the world have come to understand that if a person behaves according to our expectations then he is good otherwise he is bad!*
🙏🏼 * interesting point is .... think for yourself * 🙏🏼
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