⛅ *दिनांक - 08 अप्रैल 2022*
⛅ *दिन - शुक्रवार*
⛅ *विक्रम संवत 26 चैत्र - 2079 (गुजरात-2078)*
⛅ *शक संवत -1944*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - वसंत ऋतु*
⛅ *मास - चैत्र*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - सप्तमी रात्रि 11:05 तक तत्पश्चात अष्टमी*
⛅ *नक्षत्र - आर्द्रा 09 अप्रैल रात्रि 01:43 तक तत्पश्चात पुनर्वसु*
⛅ *योग - शोभन सुबह 10:31 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
⛅ *राहुकाल - सुबह 11:07 से दोपहर 12:41 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:27*
⛅ *सूर्यास्त - 18:54*
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌷 *ससुराल में तकलीफ हो तो* 🌷
👩🏻 *जिनको शादी के बाद कठिनाई आती है... ससुराल में ....उनको चैत्र मास शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को (यानि 09 अप्रैल 2022 शनिवार को)– ॐ ह्रीं गौरिये नम: | ॐ ह्रीं गौरिये नम: | का जप करे | और प्रार्थना करे "की शिवजी की अति प्रिय हो माँ... हमारे परिवार में ये समस्या न रहें |*
🙏🏻 *"आपके परिचितों में किसी को भी बेटी, बहन शादी के बाद दिक्कते आती हो तो आप इनको बता दें | ऐसा करें बेटी न कर पाये तो बाप तो करे, भाई करें, बहन करें की मेरी बेटी, बहन को ऐसी तकलीफ न हो ऐसा संकल्प करें, नाम और गोत्र का उच्चारण करके |
🌷 *काम धंधे में सफलता एवं राज योग के लिए* 🌷
🙏🏻 *अगर काम धंधा करते हैं और सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी को.. बेल के कोमल -कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर माँ जगदम्बा को अर्पण करने से .... मंत्र बोले " ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । " और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है गुरु मंत्र का जप और कभी -कभी ये प्रयोग करें नवरात्रियों में तो खास करें | देवी भागवत में वेद व्यासजी ने बताया है।*
🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🙏🏻 *नवरात्रि की सप्तमी तिथि यानी सातवें दिन माता दुर्गा को गुड़ का भोग लगाएं ।इससे हर मनोकामना पूरी हो सकती है।*
🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🙏🏻 *शत्रुओं का नाश करती हैं मां कालरात्रि*
*महाशक्ति मां दुर्गा का सातवां स्वरूप हैं कालरात्रि। मां कालरात्रि काल का नाश करने वाली हैं, इसी वजह से इन्हें कालरात्रि कहा जाता है। मां कालरात्रि की आराधना के समय भक्त को अपने मन को भानु चक्र जो ललाट अर्थात सिर के मध्य स्थित करना चाहिए। इस आराधना के फलस्वरूप भानु चक्र की शक्तियां जागृत होती हैं। मां कालरात्रि की भक्ति से हमारे मन का हर प्रकार का भय नष्ट होता है। जीवन की हर समस्या को पल भर में हल करने की शक्ति प्राप्त होती है। शत्रुओं का नाश करने वाली मां कालरात्रि अपने भक्तों को हर परिस्थिति में विजय दिलाती हैं ।*
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻
~ * today's Hindu calendar * ~
*Date - 08 April 2022*
*Day - Friday*
*Vikram Samvat 26 Chaitra - 2079 (Gujarat-2078)*
*Shaka Samvat-1944*
*Ayan - Uttarayan*
* season - spring season *
* month - Chaitra *
*Paksha - Shukla*
* Tithi - Saptami night till 11:05, then Ashtami *
* Constellation - Ardra 09th April till 01:43 after that Punarvasu*
*Yoga-Shobhan till 10:31 in the morning after that Atigand*
*Rahukal - from 11:07 am to 12:41 pm*
*sunrise - 06:27*
*sunset - 18:54*
*Dishashul - in the west direction*
* Vrat festival details -
* Special - Eating palm fruit on Saptami increases the disease and destroys the body. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)*
* if there is trouble in the in-laws *
* those who face difficulty after marriage.. in-laws. . Chant And pray that "Shivaji's very dear mother... this problem should not remain in our family."
🙏🏻 * "If anyone among your acquaintances has problems after marriage, daughter, sister, then you should tell them. Yes, make such a resolution, by uttering the name and gotra.
* for success and Raj Yoga in business *
🙏🏻 * If you do business and do not get success or obstacles come, then on the Ashtami of Shukla Paksha.. By offering red sandalwood on the soft leaves of the vine and offering it to Mother Jagadamba .... the mantra said " Hreem Namah. Om Shrim Namah. Ved Vyasji has told in Devi Bhagwat.*
*Chaitra Navratri*
🙏🏻 * Offer jaggery to Mother Durga on the seventh day i.e. on the seventh day of Navratri. Every wish can be fulfilled by this.*
*Chaitra Navratri*
🙏🏻 * Mother Kalratri destroys enemies *
* Kaalratri is the seventh form of Mahashakti Maa Durga. Mother Kalratri is the destroyer of time, that is why she is called Kalratri. At the time of worshiping Maa Kalratri, the devotee should place his mind on Bhanu Chakra, which is the frontal ie in the center of the head. As a result of this worship, the powers of Bhanu Chakra are awakened. Devotion to Maa Kalratri destroys all kinds of fear in our mind. Every problem of life gets the power to solve it in a moment. Mother Kalratri, the destroyer of enemies, gives victory to her devotees in every situation.
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