⛅ *दिनांक - 25 अप्रैल 2022*
⛅ *दिन - सोमवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2079 (गुजरात-2078)*
⛅ *शक संवत -1944*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म ऋतु*
⛅ *मास - वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार चैत्र )*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - दशमी 26 अप्रैल रात्रि 01:38 तक तत्पश्चात एकादशी*
⛅ *नक्षत्र - धनिष्ठा शाम 05:13 तक तत्पश्चात शतभिषा*
⛅ *योग - शुक्ल रात्रि 08:56 तक तत्पश्चात ब्रह्म*
⛅ *राहुकाल - शाम 07:48 से शाम 09:25 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:13*
⛅ *सूर्यास्त - 19:00*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष -
🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
➡️ *26 अप्रैल 2022 मंगलवार को रात्रि 01:39 से रात्रि 12:47 तक (यानी 26 अप्रैल मंगलवार को पूरा दिन) एकादशी है।*
💥 *विशेष - 26 अप्रैल, मंगलवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें।*
🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*
🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़े ... विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*
🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा*
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏
~ * today's Hindu calendar * ~
*Date - 25 April 2022*
*Day - Monday*
*Vikram Samvat - 2079 (Gujarat-2078)*
*Shaka Samvat-1944*
*Ayan - Uttarayan*
*season - summer season*
* Month - Vaishakh (Chaitra according to Gujarat and Maharashtra)*
*Paksha - Krishna*
* date - Dashami 26 April till 01:38 after that Ekadashi *
* Nakshatra - Dhanishtha till 05:13 after that Shatabhisha *
*Yoga-Shukla night till 08:56, then Brahma*
*Rahukal - from 07:48 in the evening to 09:25 in the evening*
*sunrise - 06:13*
*Sunset - 19:00*
*Dishashul - in the east direction*
* Vrat festival details -
*Special -
*Benefits of Ekadashi fasting*
️ * 26 April 2022 is Ekadashi on Tuesday from 01:39 at night to 12:47 (ie, full day on 26 April Tuesday).*
*Special - keep the Ekadashi fast (fast) on 26th April, Tuesday.*
There is no other virtue like the virtue of fasting on Ekadashi.
🙏🏻 * the virtue which is done by donation in solar eclipse, many times more virtue is done by fasting on Ekadashi.
🙏🏻 * the virtue that is done by donating cow-donation, gold-donation, Ashwamedha Yagya, more virtue is done by fasting on Ekadashi.*
🙏🏻 * the ancestors of those who observe Ekadashi are freed from the lowly vagina and shower happiness on their family members. Therefore, there is happiness and peace in the house of those who observe this fast.*
🙏🏻 * there is an increase in wealth and food, daughters etc.*
🙏🏻 * fame increases, faith-devotion increases, due to which life becomes happy.*
🙏🏻 * God's happiness is attained. There is no doubt that the sins of seven births are destroyed. The fasting done on Ekadashi day, donating cows etc. has infinite folds of merit.
*doable on Ekadashi day*
🙏🏻 * light a lamp on Ekadashi and read Vishnu Sahastra Naam... if Vishnu Sahastra name is not there, then chant 10 rounds of Gurumantra. If there are quarrels in the house, then the quarrels should be calmed down and recite Vishnu Sahastra Naam with a resolution. The fights will also calm down.
* be careful on the day of Ekadashi *
🙏🏻 * Ekadashi comes in 15-15 days in a month, Ekadashi fasting destroys sins and diseases, but old, child and sick person cannot keep Ekadashi, even then they should give up rice, those who eat rice on Ekadashi day. So… it is a sin to eat rice every single worm from the religious texts… This is what Dongre Ji Maharaj said in the Bhagwat of Dongre Ji Maharaj.
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