Saturday, April 9, 2022

10/4/2022

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक - 10 अप्रैल 2022*
⛅ *दिन - रविवार*
⛅ *विक्रम संवत 28 चैत्र - 2079 (गुजरात-2078)*
⛅ *शक संवत -1944*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - वसंत ऋतु* 
⛅ *मास - चैत्र*
⛅ *पक्ष - शुक्ल* 
⛅ *तिथि -  नवमी 11 अप्रैल रात्रि 03:15 तक तत्पश्चात दशमी*
⛅ *नक्षत्र - पुष्य पूर्ण रात्रि तक*
⛅ *योग - सुकर्मा दोपहर 12:04 तक तत्पश्चात धृति*
⛅  *राहुकाल - शाम 05:22 से शाम 06:56 तक* 
⛅ *सूर्योदय - 06:25*
⛅ *सूर्यास्त - 18:54*
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - श्री रामनवमी, चैत्री-वासंती नवरात्रि समाप्त, रविपुष्यामृत योग (सूर्योदय से 11 अप्रैल सूर्योदय तक)*
💥 *विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🙏🏻 *नवरात्रि  की नवमी तिथि यानी अंतिम दिन माता दुर्गा को विभिन्न प्रकार के अनाज का भोग लगाएं ।इससे वैभव व यश मिलता है ।*
🌷 *चैत्र नवरात्रि* 🌷
🙏🏻  *सुख-समृद्धि के लिए करें मां सिद्धिदात्री की पूजा*
*चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। मां सिद्धिदात्री भक्तों को हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं। अंतिम दिन भक्तों को पूजा के समय अपना सारा ध्यान निर्वाण चक्र, जो कि हमारे कपाल के मध्य स्थित होता है, वहां लगाना चाहिए। ऐसा करने पर देवी की कृपा से इस चक्र से संबंधित शक्तियां स्वत: ही भक्त को प्राप्त हो जाती हैं। सिद्धिदात्री के आशीर्वाद के बाद श्रद्धालु के लिए कोई कार्य असंभव नहीं रह जाता और उसे सभी सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।*
👉🏻 समाप्त...
🌷 *धर्मराज दशमी* 🌷
🙏🏻 *विष्णु धर्मोत्तर ग्रंथ में बताया है कि  जिनके परिवार में ज्यादा बीमारी .....जल्दी-जल्दी किसी की मृत्यु हो जाती है वे लोग शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन  (दशमी तिथि के स्वामी यमराज है मृत्यु के देवता | ) यानी 11 अप्रैल 2022 सोमवार को भगवान धर्मराज यमराज का मानसिक पूजन कर और हो सके तो घी की आहुति दे |*    
🙏🏻 *एक दिन पहले से हवन की छोटी सी व्यवस्था कर लेना घी से आहुति डाले इससे दीर्घायु, आरोग्य और ऐश्वर्य तीनों की वृद्धि होती है विष्णु धर्मोत्तर ग्रंथ में बताया है | आहुति डालते समय ये मंत्र बोले–*
💥 *[ ध्यान रखे जिसके घर में तकलीफे है वो जरुर आहुति डाले और डालते समय स्वाहा बोले और जो आहुति न डाले तो वो नम: बोले |   ]*
🌷 *ॐ यमाय  नम:*
🌷 *ॐ धर्मराजाय  नम:* 
🌷 *ॐ मृत्यवे नम:*
🌷 *ॐ अन्तकाय  नम:*
🌷 *ॐ कालाय  नम:*
🔥 *ये पाँच मंत्र बोले ज्यादा देर तक आहुति डाले तो भी अच्छा है |*
🌷 *रविपुष्यामृत योग* 🌷
 *10 अप्रैल 2022 रविवार को सूर्योदय से 11 अप्रैल सूर्योदय तक रविपुष्यमृत योग है ।*
🙏🏻 *‘शिव पुराण’ में पुष्य नक्षत्र को भगवान शिव की विभूति बताया गया है | पुष्य नक्षत्र के प्रभाव से अनिष्ट-से-अनिष्टकर दोष भी समाप्त और निष्फल-से हो जाते हैं, वे हमारे लिए पुष्य नक्षत्र के पूरक बनकर अनुकूल फलदायी हो जाते हैं | ‘सर्वसिद्धिकर: पुष्य: |’ इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है | पुष्य नक्षत्र में किये गए श्राद्ध से पितरों को अक्षय तृप्ति होती है तथा कर्ता को धन, पुत्रादि की प्राप्ति होती है |*
 *इस योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं | (शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)*
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏

~ * Today's Hindu Panchang * ~
 *Date - 10 April 2022*
 *Day - Sunday*
 *Vikram Samvat 28 Chaitra - 2079 (Gujarat-2078)*
 *Shaka Samvat-1944*
 *Ayan - Uttarayan*
 * season - spring season *
 * month - Chaitra *
 *Paksha - Shukla*
 * date - Navami 11th April till 03:15, then Dashami *
 *constellation - Pushya till full night*
 *Yoga - Sukarma till 12:04 after that Dhriti*
 *Rahukal - from 05:22 in the evening to 06:56 in the evening*
 *sunrise - 06:25*
 *sunset - 18:54*
 *Dishashul - in the west direction*
 *Vrat festival details - Sri Ramnavami, Chaitri-Vasanti Navratri ends, Ravipushyamrit yoga (from sunrise to sunrise on April 11)*
 * Special - Eating gourd on Navami is as discarded as beef. (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-34)
 *Chaitra Navratri*
 🙏🏻 * Offer different types of grains to Mother Durga on the last day of Navratri i.e. Navami Tithi. It gives glory and fame.*
 *Chaitra Navratri*
 🙏🏻 *worship mother Siddhidatri for happiness and prosperity*
 Maa Siddhidatri is worshiped on the last day of Chaitra Navratri. Maa Siddhidatri bestows all kinds of accomplishments to the devotees. On the last day, the devotees should concentrate all their attention on the Nirvana Chakra, which is situated in the center of our skull, at the time of worship. On doing this, the devotee automatically gets the powers related to this chakra by the grace of the goddess. After the blessings of Siddhidatri, no work remains impossible for the devotee and he gets all the happiness and prosperity.
 Finished...
 *Dharmaraj Dashami*
 🙏🏻 * it is told in the text of Vishnu Dharmattar that those who have more disease in their family ...... That is, on Monday, April 11, 2022, do the mental worship of Lord Dharmaraj Yamraj and if possible, offer ghee.
 🙏🏻 * make a small arrangement of Havan a day in advance and offer it with ghee, it increases longevity, health and opulence, it is told in Vishnu Dharmatottara Granth. While making the sacrifice, these mantras were said –*
 * [Keep in mind the one who has troubles in his house, he must offer sacrifices and while pouring, he should say Swaha and those who do not sacrifice, then he should say Namah. ,
 *ॐ Yamay Namah:*
 *ॐ dharmarajaya namah:*
 *ॐ Mrityave Namah:*
 *ॐ Antakaya Namah:*
 *ॐ kalay namah:*
 * it is good even if you say these five mantras for a long time.
 *Ravipushyamrit Yoga*
  * From sunrise on Sunday, April 10, 2022, to sunrise on April 11, there is Ravipushyamrit Yoga.*
 In the 'Shiv Purana', Pushya Nakshatra has been described as the glory of Lord Shiva. Due to the influence of Pushya Nakshatra, even the most harmful defects are eliminated and fruitless, they become favorable for us by becoming complementary to Pushya Nakshatra. Sarvasiddhikar: Pushya: According to this scripture, Pushya Nakshatra is Sarvasiddhikar. By performing Shradh in Pushya Nakshatra, the ancestors get inexhaustible gratification and the doer gets wealth, daughter etc.
  * Chanting, meditation, charity, virtue done in this yoga is very fruitful, but marriage and all auspicious work related to it are prohibited in Pushya. (Shiva Purana, Vidyeshwara Samhita: Chapter 10)*
 

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