Sunday, August 9, 2020

1/8/2020 युग आदर्श आद्य अभिषेक @कविता tuu vatan se pyaarakar karake sinhanaad dushmanon se aar - paar kar . तन से प्यार कर , तू वतन से प्यार करइसलिए कि ये धरा महान से महान है , इसलिए कि इसके पास श्रेष्ठ संविधान है

तू वतन
से प्यारकर 
करके सिंहनाद दुश्मनों से आर - पार कर ।
 वक्त की पुकार है अपने चमन से प्यार कर 

तूवतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर
इसलिए कि ये धरा महान से महान है , इसलिए कि इसके पास श्रेष्ठ संविधान है
 शांति का विधान है तो शक्ति की कमान है . खेत में किसान और सीमा पेजवान है , घोष वंदे मातरम् का खुल के बार - बार कर । तू वतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर ।।

  इसलिए कि पूज्य है अतीत वर्तमान का , सामने भविष्य है खड़ा नए विहान का , विश्व में खुला है द्वार तो यहीं से ज्ञान का राष्ट्रध्वज तिरंगा है प्रतीक स्वाभिमान का , कदम बढ़ा के चल दे इसकी आरती उतार कर तू वतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर


 इसलिए कि दफ्न हैं यहां कई निशानियां , आज तक हवा में तैरती हैं कुछ कहानियां , अंडमान जेल में दबी हुई हैं सिसकियां , पर्वतों की चोटियों पे सो गई जवानियां , तू सदाएं सुन के उनकी जान को निसार कर वतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर

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तू वतन
से प्यारकर 
करके सिंहनाद दुश्मनों से आर - पार कर ।
 वक्त की पुकार है अपने चमन से प्यार कर 

तूवतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर
इसलिए कि ये धरा महान से महान है , इसलिए कि इसके पास श्रेष्ठ संविधान है
 शांति का विधान है तो शक्ति की कमान है . खेत में किसान और सीमा पेजवान है , घोष वंदे मातरम् का खुल के बार - बार कर । तू वतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर ।।

  इसलिए कि पूज्य है अतीत वर्तमान का , सामने भविष्य है खड़ा नए विहान का , विश्व में खुला है द्वार तो यहीं से ज्ञान का राष्ट्रध्वज तिरंगा है प्रतीक स्वाभिमान का , कदम बढ़ा के चल दे इसकी आरती उतार कर तू वतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर


 इसलिए कि दफ्न हैं यहां कई निशानियां , आज तक हवा में तैरती हैं कुछ कहानियां , अंडमान जेल में दबी हुई हैं सिसकियां , पर्वतों की चोटियों पे सो गई जवानियां , तू सदाएं सुन के उनकी जान को निसार कर वतन से प्यार कर , तू वतन से प्यार कर,


tuu vatan se pyaarakar

  karake sinhanaad dushmanon se aar - paar kar .  vakt kee pukaar hai apane chaman se pyaar kar   toovatan se pyaar kar , too vatan se pyaar kar isalie ki ye dhara mahaan se mahaan hai , isalie ki isake paas shreshth sanvidhaan hai  shaanti ka vidhaan hai to shakti kee kamaan hai . khet mein kisaan aur seema pejavaan hai , ghosh vande maataram ka khul ke baar - baar kar . too vatan se pyaar kar , too vatan se pyaar kar ..    isalie ki poojy hai ateet vartamaan ka , saamane bhavishy hai khada nae vihaan ka , vishv mein khula hai dvaar to yaheen se gyaan ka raashtradhvaj tiranga hai prateek svaabhimaan ka , kadam badha ke chal de isakee aaratee utaar kar too vatan se pyaar kar , too vatan se pyaar kar    isalie ki daphn hain yahaan kaee nishaaniyaan , aaj tak hava mein tairatee hain kuchh kahaaniyaan , andamaan jel mein dabee huee hain sisakiyaan , parvaton kee chotiyon pe so gaee javaaniyaan , too sadaen sun ke unakee jaan ko nisaar kar vatan se pyaar kar , too vatan se pyaar kar


☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️😊😊😢😢😊😊😢😊😢😊
You country
 In love with
 By crossing the battle against enemies.
  Time's call is to love your chaman

 Love the country, you love the country
 Because this earth is the greatest, because it has the best constitution
  If there is a law of peace then there is command of power.  Farmer and Seema is pajjwan in the field, Ghosh Vande Mataram's repeated tax.  You love the country, you love the country.

   Because the past is worshiped; the past is present; the future is standing in front of the new vihan; the door is open in the world; from here, the national flag of knowledge is the tricolor;  Make love with


  Because there are many signs here, there are many marks floating in the air till date, some stories are buried in the Andaman prison, the young men are asleep on the peaks of the mountains, you always listen to their lives by loving the country,  love

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