Friday, April 29, 2022

30/4/2022 panchang

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक - 30 अप्रैल 2022*
⛅ *दिन - शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2079 (गुजरात-2078)*
⛅ *शक संवत -1944*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म ऋतु* 
⛅ *मास - वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार चैत्र )*
⛅ *पक्ष - कृष्ण* 
⛅ *तिथि - अमावस्या 01 मई रात्रि 01:57 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र - अश्विनी रात्रि 08:13 तक तत्पश्चात भरणी*
⛅ *योग - प्रीति शाम 03:20 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
⛅  *राहुकाल - सुबह 09:22 से सुबह 10:59 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:10*
⛅ *सूर्यास्त - 19:02*
⛅ *दिशाशूल पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - दर्श अमावस्या, श्री मां आनंदमयी जयंती (दि.अ.)*
💥 *विशेष - अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌷 *स्कन्दपुराण‬ के प्रभास खंड के अनुसार* 
*"अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्क्मन्नदातुः प्रजायते"*
🍲 *जो व्यक्ति ‪अमावस्या‬ को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।*
🌷 *समृद्धि बढ़ाने के लिए* 🌷
🌙 *कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।*
🙏🏻 *दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें  , जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।*
🌷 *खेती के काम में ये सावधानी रहे* 🌷
🚜 *ज़मीन है अपनी... खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें .... न मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें ...और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें ... सूर्य को अर्घ्य दें... और प्रार्थना करें " आज जो मैंने पाठ किया ...अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं ...उनको उसका पुण्य मिल जाये | " तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |*
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏


~ * today's Hindu calendar * ~
 *Date - 30 April 2022*
 *Day - Saturday*
 *Vikram Samvat - 2079 (Gujarat-2078)*
 *Shaka Samvat-1944*
 *Ayan - Uttarayan*
 *season - summer season*
 * Month - Vaishakh (Chaitra according to Gujarat and Maharashtra)*
 *Paksha - Krishna*
 * date - Amavasya 01 May night till 01:57, then Pratipada *
 * Nakshatra - Ashwini night till 08:13 after that Bharani *
 *Yoga - Preeti till 03:20 in the evening, then Ayushman*
 *Rahukal - from 09:22 am to 10:59 am*
 *sunrise - 06:10*
 *sunset - 19:02*
 *direction in the east direction*
 * Vrat festival details - Darsh Amavasya, Shri Maa Anandmayi Jayanti (D.A.)*
 * Special - On the day of Amavasya, it is forbidden to eat and apply female-cohabitation and sesame oil.  (Brahmavaivarta Purana, Brahma Khand: 27.29-38)*
 *According to Prabhas Khand of Skandpuran*
 *"Amavasya naro yastu parannamupabhunjate.
 * the person who eats other's food on the new moon, his month-long merit gets to the owner/giver of that food.*
 * to increase prosperity *
 * If the loan is done, then from the second day of Amavasya till Poonam, offer Arghya to the moon every night, prosperity will increase.
 🙏🏻 * start chanting the mantra you got in initiation with great devotion, whatever the problem is, it will be solved.*
 * be careful in the work of agriculture *
 * the land is yours... if you work in agriculture, don't do farming on the new moon day.... don't get it done by a laborer.  Chant the 7th chapter of Bhagavad Gita on Amavasya... and offer the virtue of that recitation to your father... Offer Arghya to the sun... and pray "What I recited today... on the new moon day."  The virtues that have passed in my house… may they get their merit.” Then we will get their blessings and happiness and wealth will increase in the house.
 

 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
 ⛅ *دننک - 30 اپریل 2022*
 ⛅ *دن - ہفتہ*
 ⛅ *وِکم سنوت - 2079 (گجرات-2078)*
 ⛅ *شک संवत -1944*
 ⛅ *آین - جوابات*
 ⛅ *ऋتو - گریشم موسم*
 ⛅ *मास - वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार चैत्र)*
 ⛅ *पक्ष - کرشن*
 ⛅ *تیتھی - امواسیہ 01 مئی رات 01:57 تک تت بعد میں*
 ⛅ *نक्षत्र - اشوینی رات 08:13 تک تت بعد بھرنی*
 ⛅ *یوگ - پریتی شام 03:20 تک تت بعد आयुष्मान*
 ⛅ *راہوکال - صبح 09:22 سے صبح 10:59 تک*
 ⛅ *سوریوदय - 06:10*
 ⛅ *سوریاست - 19:02*
 ⛅ *دیشاشول سابقہ ​​سمت میں*
 ⛅ *व्रत पर्व विवरण - दर्श अमावस्या, श्रीमां आनंदमयी जयंती (दि.ए.)*
 💥 *خاص - अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। *
 🌷 *سکندپوران کے اثرات کے مطابق*
 *"अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।
 🍲 *جو شخص اماویشیا کو دوسرا کا کھانا کھاتا ہے اس کا پورا مہینہ اس کے کھانے کے مالک/دتا کو مل جاتا ہے۔*
 🌷 *سمردھی بڑھانے کے لیے* 🌷
 🌙 *कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी*
 🙏🏻 *दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खुब श्राधा से जप करना शुरू करें, जो भी समस्या हल हो जायेगी*
 🌷 *کھیتی کے کام میں یہ احتیاط کرتے ہیں* 🌷
 🚜 *زیمین ہے... اپنی کھیتی کا کام کرتی ہے تو امواسیوں کے دن کھیتی کا کام نہ کریں.... ن मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढें...और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें...سورج کو अर्घ्य दें...اور دعا کریں "جو آج میں نے پڑھا ... पूण्य मेरे घर में जो गुज गए हैं... ان کا पूण्य मिल जाये |
 🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏 

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